Shani Trikon Rajyog : तीन बड़े ग्रहों का राशि परिवर्तन, 2 खास राजयोग का निर्माण, 5 राशियों की बदलेगी किस्मत, भाग्योदय, नौकरी, गौरव, धन, संपति लाभ

Kashish Trivedi
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Astrology, Kendra Trikon Rajyog, Buddhaditya Rajyog : ग्रहों की दिशा बदल रही है। इसके साथ ही कई महत्वपूर्ण ग्रहों का राशि परिवर्तन बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। ग्रहों की राशि परिवर्तन के शुभ और अशुभ प्रभाव नजर आते हैं। 15 मई का दिन बेहद खास होने वाला है। 15 मई को बुध और सूर्य का राशि परिवर्तन होना है। बुध मेष राशि में मार्गी होंगे जबकि सूर्य मेष राशि से वृषभ राशि में गोचर करेंगे।

बुध और सूर्य की बदलती चाल से कई राशियों का भाग्योदय निश्चित माना जाए। इसके साथ ही 15 मई को शनि अपनी वक्री अवस्था में कुंभ राशि में गोचर करेंगे। कुंभ में शनि की वक्री अवस्था से भी एक महत्वपूर्ण योग का निर्माण होना है। दरअसल कुंभ की गति से केंद्र त्रिकोण राजयोग का लाभ कई राशियों को मिलेगा। इसके अलावा वृषभ राशि में जल्द बुद्धादित्य राजयोग का भी निर्माण होगा। इस राजयोग को बेहद शुभ माना जाता है। इससे जातकों और समाज के मान प्रतिष्ठा और सम्मान में वृद्धि होती है।

बुधादित्य राजयोग का लाभ

बुधादित्य राजयोग का लाभ कर्क राशि के अलावा सिंह और वृषभ राशि को होना है। राजयोग की वजह से कार्यस्थल पर उच्च अधिकारी और साथी का पूर्ण सहयोग मिलता है। नई नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को अच्छे प्रस्ताव प्राप्त होते हैं। राजनीतिक उन्नति देखने को मिलती है। इसके अलावा सकारात्मक परिणाम और आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है। जीवन साथी के साथ रिश्ते मजबूत होते हैं ।

पुरानी निवेश से लाभ मिलता है धन के नए स्रोत देखने को मिलते हैं। इसके साथ ही धन की वृद्धि होती है। धार्मिक और मांगलिक कार्य का हिस्सा बनते हैं। वही बुध और सूर्य का राशि परिवर्तन कई राशियों के लिए बेहद शुभ होने वाला है। इसके अलावा वृषभ राशि के जातकों को इसका लाभ मिलेगा। इसके साथ ही मिथुन और वृश्चिक और धनु राशि वाले को भी शुभ परिणाम देखने को मिलेंगे।

मेष

मेष राशि वाले का दांपत्य जीवन सुख में रहेगा। सदस्यों के साथ अच्छे समय व्यतीत करेंगे। लेनदेन से लाभ होगा। लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी। मान सम्मान पद की प्राप्ति होगी। नौकरी में तरक्की और इंक्रीमेंट के आसार नजर आ रहे हैं। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

वृषभ

वृषभ राशि वाले को शुभ समाचार की प्राप्ति हो सकती है। आय में वृद्धि होगी। इसके साथ ही पैसे संबंधित तकलीफ दूर होगी। शिक्षा के क्षेत्र में बड़े बदलाव होंगे। निवेश करने से लाभ होगा। स्वास्थ्य भी अच्छा रहने के योग बनते नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही वृषभ राशि के जातकों की बुद्धि तेज होगी।

मिथुन

सूर्य और बुध की राशि परिवर्तन से मिथुन राशि वाले को बेहद लाभ मिलने वाला है। काम पूरा होगा। मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। नौकरी और व्यापार के लिए शुभ समय है। कार्य में सफलता मिलेगी। आपके द्वारा किए जा रहे कार्य की सराहना भी होगी। यात्रा से लाभ मिलने के संकेत मिल रहे हैं।

वृश्चिक

वृश्चिक राशि के जातकों को शुभ परिणाम मिलेगा। नौकरी में तरक्की होगी। नए काम की शुरुआत करेंगे। व्यापार में मुनाफा होगा। धन लाभ होगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।

धनु

धनु राशि के जातकों के लिए भी राशि परिवर्तन शुभ माना जा रहा है। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। मान-सम्मान में वृद्धि होगी। नौकरी और व्यापार के योग बन रहे है। दांपत्य जीवन सुख में रहेगा। कार्य क्षेत्र में सभी आपके कार्य की प्रशंसा करेंगे। परिवार के सदस्यों का सहयोग प्राप्त हो सकता है।

केंद्र त्रिकोण राजयोग

17 जून को न्याय के देवता शनि कुंभ राशि में वक्री अवस्था में गोचर करेंगे। शनि की वक्री अवस्था के साथ ही केंद्र त्रिकोण राजयोग की स्थिति निर्मित होगी। केंद्र त्रिकोण राजयोग गृह स्वामियों के राजयोग माने जाते हैं। यह एक बेहद शक्तिशाली और भाग्यशाली राजयोग होता है। इसके साथ ही यह असाधारण भाग्य और नौकरी में वृद्धि का कारक माना जाता है।

केंद्र त्रिकोण राजयोग का लाभ

केंद्र त्रिकोण राजयोग होने से लोगों सरकारी सेवाओं और कारपोरेट कार्यालय में उच्च पद की प्राप्ति होगी। उद्योगपति सहित प्रमुख नेता बनने की दिशा में अग्रसर रहेंगे। बड़ी ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं। धन संपत्ति समृद्धि, सफलता, आनंद, विलासिता और पारिवारिक जीवन में शांति के साथ करियर के लिए केंद्र त्रिकोण राज योग का बेहद महत्व है।

यहाँ बनेगा राजयोग

केंद्र त्रिकोण राजयोग में कुंडली में जब 3 केंद्र मध्य में हो, जैसे 3, 4, 7 10 के त्रिकोण भाव से 1, 5, 9 आपस में युति बनाते हैं, तब राशि परिवर्तन करते हुए केंद्र त्रिकोण राजयोग का निर्माण होता है।केंद्र त्रिकोण राजयोग से भाग्योदय धन में वृद्धि सरकारी लाभ सहित नौकरी में शीर्ष स्थान की प्राप्ति होती है। केंद्र त्रिकोण को भगवान विष्णु का केंद्र भाव माना जाता है जबकि माता लक्ष्मी को त्रिकोण भाव की देवी के रूप में मान्यता दी गई है। ऐसे में शुभ लक्ष्मी योग कभी निर्माण होते हैं।

इन राशियों को लाभ

केंद्र त्रिकोण राजयोग से सिंह और तुला राशि को लाभ मिलने वाला है। दरअसल सिंह राशि के जातक के लिए वक्री शनि की अवस्था लाभकारी साबित हो रही है। छठे भाव के स्वामी रहेंगे। इस भाव पर शनि का स्वामित्व होने की वजह से यह बेहद शुभ माना जा रहा है। गोचर करते हुए सप्तम भाव में केंद्र और शश राजयोग का निर्माण करेंगे। जिसके कारण रोजगार में सफलता मिलेगी। रोगों से मुक्ति सहित पद प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। तबादले के योग बन सकते हैं।

जबकि तुला राशि के लिए शनि के वक्री अवस्था अत्यंत लाभकारी है। शनिदेव पंचम भाव में राजयोग का निर्माण करेंगे। संतान पक्ष से सफलता सहित मान सम्मान, प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। सफलता के आसार बनते नजर आएंगे। इसके साथ ही उच्च पद की प्राप्ति हो सकती है।


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