Nirjala Ekadashi : बुधवार को निर्जला एकादशी, घर लाएं ये 5 शुभ चीजें, लक्ष्मी की कृपा के साथ बनी रहेगी बरकत, इन कामों को करने से बचें

Jyeshtha Purnima

Nirjala Ekadashi : हिंदू धर्म में निर्जला एकादशी का विशेष महत्व है, क्योंकि निर्जला एकादशी को सभी एकादशी में सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। आज मंगलवार को गंगा दशहरा है और बुधवार 31 मई को निर्जला एकादशी और गायत्री जयंती पर्व मनाया जाएगा। निर्जला एकादशी में पानी की एक बूंद भी ग्रहण नहीं की जाती है। इस दिन व्रत रखने वाले को सभी तीर्थों के दर्शन का पुण्य और चौदह एकादशियों के व्रत का पुण्य और फल प्राप्त होता है।

हिंदू पंचांग के अनुसार एक वर्ष में 24 एकादशियां आती हैं, लेकिन ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को सर्वश्रेष्ठ एकादशी माना जाता है, क्योंकि इस दिन घड़े और पंखों के दान का विशेष महत्व है, इसलिए इसे घड़े पंखों की एकादशी भी कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक सालभर की सभी एकादशियों का पुण्यफल का लाभ देने वाली इस श्रेष्ठ निर्जला एकादशी को पांडवों में भीम ने भी यही व्रत किया। इस कारण इसे पांडव या भीमसेनी एकादशी भी कहते हैं।


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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)