Ravi Pushya Yoga 2023 : ज्योतिष शास्त्र में बताए गए 27 नक्षत्रों में से रवि पुष्य नक्षत्र का विशेष महत्व होता है। यह एक दुर्लभ योग मे से एक माना जाता है जो रविवार या फिर गुरुवार के दिन लगता है और काफी शुभ भी माना जाता है। पुष्य नक्षत्र रविवार को पड़ता है तो उसे रवि पुष्य नक्षत्र और गुरुवार के दिन पड़ने वाले पुष्य नक्षत्र को गुरु पुष्य नक्षत्र कहा जाता है। इस योग में सोना, वाहन, मकान आदि की खरीदारी करना शुभ माना जाता है। आज रविवार 10 सितंबर 2023 को रवि पुष्य नक्षत्र है और इस दिन अजा एकादशी भी है, जो की 3 राशियों के लिए लकी साबित होने वाला है।
क्या है रवि पुष्य नक्षत्र?
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में 27 नक्षत्रों में से 8वें स्थान पर पुष्य नक्षत्र आता है, जिसे अमरेज्य माना जाता है। रवि पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि है, लेकिन इसकी प्रकृति गुरु ग्रह की तरह होती है, ऐसे में इस योग सुख-समृद्धि, वैभव और सफलता लाता है। पंचांग के अनुसार, रवि पुष्य योग 10 सितंबर को शाम 5 बजकर 6 मिनट से शुरू होकर 11 सितंबर को सुबह 6 बजकर 15 मिनट तक रहेगा। एकादशी तिथि 09 सितंबर को रात 09 बजकर 17 मिनट पर शुरू होकर अगले दिन यानी 10 सितंबर को रात 09 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगी।
रवि पुष्य योग इन 3 राशियों के लिए बेहद शुभ
मिथुन राशि : रविवार को बनने वाला रवि पुष्य नक्षत्र योग जातकों को शुभ फल देने वाला साबित होगा। जातकों पर मां लक्ष्मी, विष्णु और गुरू की कृपा और आर्शीवाद मिलेगा। भाग्य का साथ मिलेगा । आय वृद्धि के योग बनेंगे और नए स्त्रोत खुलेंगे। कार्यों में सफलता हासिल हो सकती है।धनलाभ हो सकता है।किस्मत का पूरा सहयोग मिलेगा। प्रत्येक क्षेत्र में सफलता के योग बन रहे हैं। आत्मविश्वास से भरपूर रहेंगे।
सिंह राशि : रवि पुष्य योग जातकों के लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकता है। धन वृद्धि के संकेत है। लंबे समय से रुके और अटके कामों को गति मिलेगी। निवेश के लिए समय अनुकूल है, धन लाभ मिलने के योग बनेंगे। वाहन, संपत्ति खरीदने का भी सपना पूरा हो सकता है। धन-धान्य में वृद्धि होगी।निवेश करने के लिए अच्छा समय माना जा रहा है।
तुला राशि : रवि पुष्य नक्षत्र योग का बनना जातकों के लिए भाग्यशाली साबित हो सकता है। लंबे समय से रुके काम एक बार फिर शुरू हो सकते हैं। परिवार का साथ और प्यार मिलेगा। करियर के लिए समय अनुकूल है, तरक्की हो सकती है। सामाजिक मान-सम्मान में भी वृद्धि होगी। व्यापार में भी लाभ मिलने के योग है, समय उत्तम रहेगा। संतान की ओर से भी कोई गुड न्यूज मिल सकती है।
पुष्य नक्षत्र के दिन ये खरीदना बेहद शुभ
रवि पुष्य नक्षत्र को सोना-चांदी, नई गाड़ी, नया घर, संपत्ति आदि खरीदने के लिए बेहद शुभ माना गया है।
अजा एकादशी पर बन रहे 2 शुभ योग
- ज्योतिष के अनुसार, आज अजा एकादशी भी है और आज एक साथ 3 शुभ योग भी बनेंगे। वरीयान् योग प्रातः काल 11 बजकर 20 मिनट तक है।शुभ कार्यों के लिए वरीयान् योग श्रेष्ठ माना जाता है।वही भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अजा एकादशी तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग संध्याकाल 05 बजकर 06 मिनट से शुरू होकर अगले दिन प्रातः काल 06 बजकर 01 मिनट तक है।वही बुधादित्य योग पूरे दिन रहेगा।
- इस समय नए काम का शुभारंभ या श्रीगणेश कर सकते हैं। मान्यता है कि इस एकादशी व्रत की कथा के श्रवण मात्र से ही अश्वमेध यज्ञ के फल की प्राप्ति हो जाता है।अजा एकादशी व्रत के प्रभाव और इन शुभ योग की वजह से व्रती के घर में बरकत, मां लक्ष्मी और समृद्धि का वास होगा।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)