अंक शास्त्र एक ऐसी विद्या है जो नंबरों के आधार पर काम करती है। इस शास्त्र में अलग-अलग अंकों के आधार पर व्यक्ति के व्यक्तित्व, जीवन में भविष्य का विवरण दिया गया है। हम न केवल व्यक्ति का स्वभाव बल्कि उसके भविष्य में आने वाले परिणामों को भी बहुत अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
अंक शास्त्र के जरिए इन सभी बातों को जानने के लिए हमें केवल कुछ नंबरों की आवश्यकता होती है। यह नंबर मूलांक के नाम से पहचाने जाते हैं जो 1 से 9 के बीच होते हैं। इनका सीधा संबंध नौ ग्रहों से होता है और यह व्यक्ति के बारे में हर तरह की जानकारी दे सकते हैं। आज हम आपको इसमें उल्लेखित तीन प्रमुख अंकों के बारे में बताते हैं।

मूलांक 1 (Numerology)
यह सूर्य का नंबर है, जिसे अंक शास्त्र में काफी महत्व दिया गया है। सूर्य हमारे जीवन में ऊर्जा, आत्मविश्वास और प्रेरणा लेकर आता है और यह नंबर इन्हीं चीजों का प्रतिनिधित्व करता है। जिन लोगों का जन्म इस मूलांक से जुड़ी तारीखों पर होता है ये लोग आत्मनिर्भर होते हैं। इनकी नेतृत्व क्षमता कमाल की होती है। लक्ष्य के प्रति यह ध्यान केंद्रित करके आगे बढ़ते हैं।
मूलांक 4
महीने की 4, 13 और 22 तारीख का उत्तर मूलांक 4 ही होता है। यह लोग व्यवहार से अनुकूल और स्थिरता पसंद करने वाले होते हैं। इस मूलांक के लोग जिम्मेदार होते हैं और अपने हाथ में ली गई हर जिम्मेदारी को बेहतरीन तरीके से निभाते हैं। यह ईमानदार और भरोसेमंद होते हैं। अपने कर्तव्यों के प्रति यह हमेशा समर्पित रहते हैं। इन्हें सुरक्षात्मक माहौल में रहना ज्यादा पसंद होता है। यह खुद के साथ दूसरों की सुरक्षा का भी ध्यान रखते हैं।
मूलांक 8
महीने की 8, 17 और 26 तारीख के इसी अंक से जुड़ी हुई है। यह अंक शास्त्र के सबसे प्रभावशाली अंकों में से एक है। शक्ति और समृद्धि का प्रतीक ये अंक व्यक्ति को सुख-समृद्ध, धन और भौतिक सुख सुविधा प्रदान करता है। जो लोग इस अंक से संबंध रखते हैं वह जीवन में खूब सफलता प्राप्त करते हैं। यह आर्थिक रूप से काफी मजबूत होते हैं। इनकी नेतृत्व क्षमता कमाल की होती है। अट्रैक्टिव व्यक्तित्व से ये अक्सर लोगों का ध्यान अपनी और खींच लेते हैं। मूलांक 8 शनि का नंबर है और इनकी ऊर्जा इन्हें ऊंचाइयों तक पहुंचाने का काम करती है।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।