Astrology: इस धरती पर सभी जीव-जन्तु एक दूसरे से जुड़े हैं। पशु-पक्षी भी मनुष्य के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और कुंडली में ग्रहों और नक्षत्रों की दशा को भी प्रभावित करते हैं। नवग्रहों का पशु-पक्षियों ने गहरा संबंध होता है। Pets का चुनाव भी आपके जीवन में बदलाव ला सकता है। जानवरों के साथ आपका जुड़ाव ग्रहों से संबंधित समस्याओं को भी दूर कर सकता है। आइए जानें कौन-सा ग्रह किन-किन जानवरों और पक्षियों से संबंधित (Animals, Birds and Planets Connection) होता है-
सूर्य
ग्रहों के राजा सूर्य का संबंध घोड़े और पक्षियों (जैसी की हंस, बुलबुल इत्यादि) से होता है। सूर्यदेव को प्रसन्न करने के लिए घोड़े और पक्षियों की सेवा करें और भोजन कराएं।
राहु-केतु
राहु और केतु को शुभ करने के लिए बिल्ली, चूहे, कौवा और चिटियों कोखाना खिलाएं। ऐसा करने से जीवन में आ रही बाधाएं भी खत्म होंगी।
बुध
ग्रहों के राजकुमार बुध का कनेक्शन तोता, बकरी, बंदर और कबूतर से होता है। आप इन पशु-पक्षियों की सेवा करने बुध की आशुभता को दूर कर सकते हैं।
मंगल
ग्रहों के सेनापति मंगल का संबंध भेड़, बकरी, बंदर, हाथी, बाज और चील से होता है। इन जानवरों और पक्षियों की सेवा करने से मंगलदेव प्रसन्न होते हैं।
गुरु
देव गुरु बृहस्पति का घोड़ा, हाथी, बैल, मोर, मछली और गाय से होता है। इन पशु-पक्षियों को पालन करने और भोजन कराने से लाभ होता है।
शुक्र
शुक्र ग्रह का नाता भेड़, बकरी, सांड, गौरैया और कबूतर से होता है। भेड़-बकरियों की सेवा करें। कबूतर और अन्य पक्षियों को पानी पिलाएं और भोजन कराएं।
चंद्रमा
चंद्रदेव का कनेक्शन कुत्ता, बिल्ली, समुद्री या जलीय जानवरों से होता है। इन्हें भोजन कराने से कुंडली में चंद्रमा मजबूत होते हैं।
शनि
शनि का संबंध कुत्ते, कौए, भैस, जहरीले जीव-जन्तु, खरगोश, ऊंट और उल्लू से होता है। इन पशु-पक्षियों की सेवा करके शनि के दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है।
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो ग्रंथों, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)