Astrology: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी ग्रहों का अपना विशेष महत्व होता है। कुंडली में ग्रहों की स्थिति जातक के व्यवहार पर भी असर डालती है। गुस्सा आना और मन में बुरे विचार आना भी ग्रह दोष का संकेत हो सकते हैं। ग्रहों के सेनापति मंगल को क्रोध, भाई, ऊर्जा, शक्ति का कारक माना जाता है।
मंगल ग्रह के कमजोर होने पर आता है गुस्सा, होते हैं कई नुकसान
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में मंगल की स्थिति कमजोर होने पर आंखों की परेशानी, हाई ब्लड प्रेशर समेत कई स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं होती हैं। जातक को बात-बात पर गुस्सा आता है। मांस-मदिरा का सेवन करने का मन करता है। मन में छल कपट की भावना उत्पन्न होती है। व्यक्ति अहंकारी बनता है। मंगल की बुरी स्थिति वैवाहिक जीवन पर बुरा असर डालती है। आर्थिक परेशानियां बढ़ती है। मान सम्मान घटने लगता है। कुछ उपायों को आजमाकर आप कुंडली में मंगल के बुरे प्रभाव को कम कर सकते हैं।
करें ये 5 उपाय
- मंगलवार के दिन हनुमान जी को चमेली का तेल और सिंदूर अर्पित करें। ऐसा करने से कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति मजबूत होती है।
- मंगलवार के दिन लाल रंग के वस्त्र धारण करें। ऐसा करने से मंगल दोष से मुक्ति मिलती है।
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल ग्रह को मजबूत करने के लिए जातकों को मूंगा रत्न धारण करना चाहिए।
- जरूरतमंदों और गरीबों के बीच लाल रंग के वस्त्र, गुड़, तांबा, गेहूं इत्यादि चीजों का दान करें। ऐसा करने से मंगल का बुरा प्रभाव कम होता है।
- मंगलवार के दिन व्रत रखें। “ॐ क्रां क्रीं क्रौं भौमाय नमः” मंत्र का 3, 5 या 7 बार माला जाप करें।
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य साझा करना है, जो पंचांग, ग्रंथों, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)