Bhadra Rajyog 2025 : ज्योतिष में सभी ग्रहों में बुध को ग्रहों का राजकुमार कहा जाता है। वे संचार, बुद्धि, तर्कशास्त्र, गणित और व्यापार के कारक माने जाते है। बुध देव मिथुन और कन्या राशि के स्वामी हैं। वर्तमान में बुध कर्क राशि में विराजमान है और 15 सितंबर को कन्या राशि में प्रवेश करेंगे जिससे भद्र राजयोग का निर्माण होगा, जिसका प्रभाव 3 अक्टूबर तक रहने वाला है, क्योंकि इसके बाद बुध तुला राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इस राजयोग से 3 राशियों मिथुन, सिंह और धनु राशि के जातकों को विशेष लाभ मिलेगा।
भद्र राजयोग का राशियों पर प्रभाव
मिथुन राशि: भ्रद राजयोग जातकों के लिए लकी साबित हो सकता है।लंबे समय से सोची हुई योजनाओं को नई दिशा मिल सकती है। भौतिक सुखों की प्राप्ति हो सकती हैं। इस अवधि में कोई वाहन और प्रापर्टी खरीद सकते हैं। व्यापार में अच्छी डील मिल सकती है।लोगों को दिया गया पुराना कर्ज वापस मिल सकता है। समाज में मान- सम्मान की प्राप्ति हो सकती है।जातकों को पैतृक संपत्ति का लाभ मिल सकता है।
सिंह राशि : बुध का भद्र राजयोग जातकों के लिए फलदायी सिद्ध हो सकता है। समय- समय पर आकस्मिक धनलाभ की प्राप्ति हो सकती है। मार्केटिंग, बैंकिंग, मीडिया और वाणी के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए समय उत्तम रहेगा। शत्रुओं पर विजय प्राप्त करेंगे। पुराने निवेश से धन लाभ की प्राप्ति हो सकती है। आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। व्यवसाय या नौकरी में बदलाव के लिए नए मौके मिल सकते है। कानूनी या वित्तीय मामलों में भी सफलता मिलने की संभावना है।
मकर राशि: भद्र महापुरुष राजयोग जातकों के लिए वरदान से कम सिद्ध नही होगा। किस्मत का साथ मिलेगा। किसी धार्मिक या मांगलिक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। इस अवधि में देश विदेश की यात्रा पर जा सकते है।आध्यात्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। अटके रूके कामों को गति मिलेगी। धनलाभ के प्रबल योग बनेंगे।
धनु राशि : भद्र राजयोग जातकों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है।भाग्य का पूरा साथ मिलेगा ।नौकरपेशा को इंक्रीमेंट और प्रमोशन का लाभ मिल सकता है। मीडिया, गणित, बैकिंग, शिक्षा और शेयर बाजार से जुड़े लोगों को काम में बड़ा लाभ मिल सकता है। करियर में नये अवसर प्राप्त होंगे। बेरोजगारों को नौकरी के अवसर मिल सकते है। कारोबारियों को नए ऑर्डर मिल सकते हैं। नौकरीपेशा को कार्यस्थल पर जूनियर और सीनियर का साथ मिल सकता है।
कब बनता है भद्र राजयोग
- वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार , भद्र महापुरुष राजयोग बुध ग्रह से संबंधित है। यदि आपकी कुंडली में बुध लग्न से अथवा चन्द्रमा से केन्द्र के घरों में स्थित हैं ।
- बुध यदि कुंडली में लग्न अथवा चन्द्रमा से 1, 4, 7 अथवा 10वें घर में मिथुन अथवा कन्या राशि में स्थित हैं तो आपकी कुंडली में भद्र राजयोग बनता है।
- यह योग पंच महापुरुष योगों में से एक है और जब बुध और गुरु साथ आते हैं, तो यह व्यक्ति की बुद्धि, विचारशक्ति, वाणी और निर्णय क्षमता को प्रबल बना देता है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)





