करियर और कारोबार के कारक बुध 29 जुलाई यानी नाग पंचमी के दिन नक्षत्र परिवर्तन (Budh Gochar 2025) करने जा रहे हैं। मंगलवार को शाम 4:17 बजे पर पुष्य नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। जिसके शासक कर्मफल दाता शनि हैं। यहाँ 22 अगस्त तक बुधदेव विराजमान रहेंगे। 25 दिनों तक सभी राशियों के जीवन को प्रभावित करेंगे। इससे कई राशियों को लाभ होगा। कई लोगों की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं।
बुध एक तटस्थ ग्रह है। इसकी स्थिति जातकों पर शुभ या अशुभ प्रभाव डालती है। युवराज बुध के मजबूत होने से बुद्धि और विवेक में वृद्धि होती है। भाषा ज्ञान और संवाद कौशल बेहतर होता है। व्यक्ति गणित और अकाउंटिंग में माहिर होता है। शनि के नक्षत्र में आकर ग्रहों के राजकुमार कई राशियों के सफलता के द्वार खोलने वाले हैं। अटका हुआ पैसा भी वापस मिल सकता है। आइए जानें इस दौरान सबसे ज्यादा फायदा किन लोगों को होगा?
तुला राशि (Tula Rashi)
तुला राशि के जातकों के लिए यह समय बेहद ही शुभ रहने वाला है। करियर में नए मौके मिल सकते हैं। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। दांपत्य जीवन में खुशहाली आएगी। नौकरीपेशा लोगों को नई जिम्मेदारियां के साथ-साथ पदोन्नति भी मिल सकती है। इनकम में भी वृद्धि देखने को मिलेगी। बिजनेस करने वाले लोगों को बड़ी डील मिल सकती है।
मिथुन राशि (Mithun Rashi)
मिथुन राशि के जातकों के लिए भी बुध की यह चाल अत्यंत थी लाभकारी सिद्ध होगी। पैसों से जुड़ी समस्याएं खत्म होगी। धन समृद्धि में वृद्धि के प्रबल योग बन रहे हैं। बिजनेस का विस्तार होगा। हर कार्य में सफलता मिलेगी। कोई भी नया काम शुरू करने के लिए यह समय अनुकूल रहेगा। कोर्ट कचहरी से जुड़े मामलों में सफलता मिल सकती है। किस्मत आपका साथ देगी।
सिंह राशि (Singh Rashi)
सिंह राशि के जातकों को भी बुध के इस नक्षत्र गोचर से फायदा होगा। विदेश जाकर पढ़ाई करने या नौकरी करने का मौका मिल सकता है। धन लाभ और तरक्की के योग भी बनने वाले हैं। कर्ज से छुटकारा मिलेगा। बैंक बैलेंस भी बढ़ेगा। बुधदेव भाग्योदय भी करने वाले हैं।
नागपंचमी का महत्व
नाग पंचमी का हिंदू धर्म में बेहद ही विशेष महत्व होता है। सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को यह पर्व (Nag Panchami 2025) मनाया जाता है। इस साल 29 जुलाई को यह त्यौहार पड़ रहा है। इस दिन नाग देवताओं की पूजा अर्चना की जाती है। कालसर्प दोष, सर्प भय और सर्पदंश से मुक्ति के लिए अलग-अलग उपाय किए जाते हैं। सांपों को दूध पिलाने की परंपरा भी है। बुध नक्षत्र गोचर के अलावा कई अद्भुत संयोग भी बन रहे हैं। करीब 44 साल बाद नाग पंचमी के दिन मंगला गौरी व्रत भी रखा जाएगा। इसके अलावा शिव योग, सिद्धि योग और रवि योग का निर्माण भी हो रहा है। पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 5:41 बजे से लेकर 8:31 बजे तक रहेगा।
(अस्वीकरण: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी शेयर करना है, जो ज्योतिष गणना और अन्य माध्यमों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग न्यूज इन बातों के सटीकता और सत्यता की पुष्टि नहीं करता। भविष्यवाणियों की गारंटी भी नहीं लेता।)





