Gajlaxmi Rajyog in Taurus 2024 : ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को दैत्यों का देवता और बृहस्तपति को देवताओं का गुरु माना जाता है, जब भी ये दोनों ग्रह चाल बदलते है या एक राशि में आते है तो 12 राशियों पर असर पड़ता है।एक तरफ जहां शुक्र हर माह चाल बदलते है वही गुरू को एक राशि से दूसरी राशि में जाने के लिए 12 महीने का समय लगता है।
वर्तमान में भाग्य ज्ञान के कारक गुरु वृषभ राशि में विराजमान है और मई 2025 में वृषभ से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। वही जुलाई 2025 में सौन्दर्य, सुख के कारक शुक्र मिथुन में गोचर करेंगे, ऐसे में जुलाई अंत में करीब 12 साल बाद मिथुन राशि में गुरू शुक्र की युति से गजलक्ष्मी राजयोग बनेगा, जो 3 राशियों के लिए बेहद लकी साबित होने वाला है।इससे पहले मई 2024 में वृषभ राशि में यह राजयोग बना था।
कुंडली में कब बनता है Gajlaxmi Rajyog
ज्योतिष के मुताबिक, ‘गजलक्ष्मी’ शब्द धन, संपन्नता के साथ परम सौभाग्य और राजयोग पावर के साथ अधिकार मिलने का प्रतीक है।जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में 1, 4, 7 या दसवें घर में गुरु, शुक्र या चंद्रमा हों, तो गजलक्ष्मी राजयोग बनता है। गुरु ज्ञान और विस्तार से जुड़ा ग्रह है। गजलक्ष्मी राजयोग को भारतीय वैदिक ज्योतिष शास्त्र में बेहद शुभ माना जाता है।
राजयोग का राशियों पर बड़ा प्रभाव
मिथुन राशि : आपकी राशि में गुरू शुक्र युति और गजलक्ष्मी राजयोग जातकों के लिए लकी साबित होगा। संतान प्राप्ति की इच्छा पूरी हो सकती है। लंबे समय से रुके और अटके काम पूरे हो सकते हैं। व्यापार में मुनाफा होगा। समाज में मान-सम्मान की वृद्धि हो सकती है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। आय के नए स्त्रोत खुल सकते हैं।उच्च शिक्षा पाने वाले और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को सफलता मिल सकती है।
धनु राशि : गजलक्ष्मी राजयोग का बनना लाभकारी साबित हो सकता है । भौतिक सुखों की प्राप्ति हो सकती है। वैवाहिक जीवन अच्छा रहेगा। सौंदर्य में निखार आएगा।लंबे समय से अटका हुआ पैसा वापस मिल सकता है।भाग्य का साथ मिल सकता है।आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। लंबे समय से चली आ रही समस्याएं समाप्त होंगी। कार्यों में सफलता पाएंगे।
कर्क राशि : शुक्र गुरु की युति और गजलक्ष्मी राजयोग जातकों के लिए फलदायी साबित हो सकती है। विदेश जाने का सपना पूरा हो सकता है। विदेश में नौकरी करने वालों के लिए समय अनुकूल रहेगा। धर्म-कर्म के कामों में रुचि बढ़ेगी। लंबे समय से चली आ रही समस्याएं दूर हो सकती है।भौतिक सुख संसाधनों में वृद्धि हो सकती है। शिक्षा और व्यापार में भाग्य का साथ मिलेगा।आय में वृद्धि के योग बन सकते है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)