Gem Astrology: ज्योतिष का हिंदू धर्म से बहुत ही गहरा कनेक्शन है। सनातन धर्म में जितने भी काम किए जाते हैं, वह सब ज्योतिष पर आधारित होते हैं। बच्चों के जन्म के बाद उसकी कुंडली बनाने से लेकर मुंडन, जनेऊ, शादी सब कुछ ज्योतिष के नियमों के मुताबिक ही किया जाता है। पूजन पाठ, व्रत, उपवास सभी में नियमों का विशेष तौर पर ध्यान रखा जाता है।
व्यक्ति जब अपने जीवन में किसी तरह की परेशानी का सामना करता है, तब भी वो ज्योतिष का ही सहारा लेता है। जब ग्रह नक्षत्र की स्थिति कुंडली में विपरीत चल रही होती है, तब उसे ठीक करने के लिए कुछ रत्नों को पहनने की सलाह दी जाती है। इन रत्नों का उल्लेख ज्योतिष की महत्वपूर्ण शाखा रत्न शास्त्र में मिलता है। आज हम आपको सूर्य से जुड़े रत्न माणिक्य के बारे में बताते हैं।
चमत्कारी है माणिक्य
रत्न शास्त्र में उल्लेखित माणिक्य का संबंध सूर्य ग्रह से होता है। यह रत्न सूर्य को मजबूत बनाने का काम करता है। जो व्यक्ति इसे पहन लेता है उसे जीवन में हर काम में सफलता मिलने लगती है। चलिए आज हम आपको इसे धारण करने के नियम और फायदे की जानकारी देते हैं।
माणिक्य कैसे पहनें
- अगर आप माणिक्य धारण करने वाले हैं तो यह कम से कम सवा रत्ती का होना चाहिए। इसे पहनना काफी फलदायक माना गया है।
- यह रत्न चैत्र मास में पुष्य नक्षत्र में सूर्योदय के समय रविवार के दिन पहनना शुभ माना गया है। इसे धारण करने से सूर्य देव की कृपा बनी रहती है।
- मेष राशि वाले इसे धारण कर सकते हैं। इसके अलावा तुला, वृश्चिक और धनु के लिए भी अनुकूल माना गया है। मकर राशि के लोग भी ज्योतिष की सलाह से पहन सकते हैं।
होंगे ये लाभ
- जो व्यक्ति माणिक्य पहना है उसे जीवन में आने वाली सारी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है।
- यह स्वास्थ्य में सुधार लाने का काम करता है और शरीर को सुंदर बनाता है।
- माणिक्य पहनने से व्यक्ति में ऊर्जा का संचार होता है और उसका आत्मविश्वास बढ़ जाता है।
- यह व्यक्ति की आत्मसम्मान को प्रबल बनाने का काम करता है। इसे धारण करने से उसे हर काम में सफलता मिलती है।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।