वैदिक ज्योतिष में नौ ग्रहों का उल्लेख मिलता है जो हमारे जीवन के संचालन में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। राहु एक ऐसा ग्रह है जिसे मायावी कहा गया है। ज्योतिष के मुताबिक अगर इसकी स्थिति कुंडली में विपरीत हो जाती है तो व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस ग्रह की सबसे बड़ी खराबी यह है कि यह व्यक्ति की बुद्धि को प्रभावित करता है।
ज्योतिष की माने तो राहु के बुरे प्रभाव से व्यक्ति के सोचने समझने और निर्णय लेने की क्षमता खत्म हो जाती है। वह हमेशा नकारात्मक बातों से घिरा रहता है और उसके मन में कुविचार आते रहते हैं। वह ऐसी चीजों में फंस जाता है जिससे बाहर आना उसके लिए मुश्किल हो जाता है। ऐसे में जब राहु की स्थिति खराब हो तो ज्योतिष में बताए गए रत्न से उसे ठीक किया जा सकता है।

पहनें राहु का रत्न गोमेद (Gomed)
गोमेद एक ऐसा रत्न है, जिसका संबंध राहु ग्रह से बताया गया है। इसे धारण करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति होती है। यह हमेशा स्वाति और आर्द्रा और शतभिषा नक्षत्र में पहना जाता है । इसे धारण करने से पहले एक बार इसका शुद्धिकरण जरूर करें।
कैसे करें धारण
- गोमेद धारण करने के लिए सबसे अनुकूल धातु चांदी को माना गया है। इसे हमेशा चांदी की अंगूठी में जड़वा कर पहनें।
- जो रत्न आप पहन रहे हैं वह 6 रत्ती से काम नहीं होना चाहिए। ऐसा रत्न शुभ परिणाम नहीं देता है।
- इसे धारण करने से पहले शहद, कच्चे दूध और गंगाजल से शुद्ध जरूर करें।
- धारण करते समय राहु मंत्र का जाप करें और उसे उंगली में धारण करें।
इन राशियों के लिए है शुभ
जिस तरह से रत्न का ग्रह से संबंध है उसे तरह राशियों से भी इनका गहरा संबंध होता है। वृषभ, तुला, मिथुन,मकर और कुंभ राशि के लोगों को यह शुभ परिणाम देने का काम करता है। यह भी कहा जा सकता है कि इन राशियों के लिए गोमेद वरदान के समान होता है। वहीं जिनकी कुंडली में राहु की स्थिति उच्च है उनके लिए भी यह शुभ है।
ये लोग रहें दूर
मेष, कर्क, सिंह और मीन राशि के लोगों को ज्योतिष की सलाह के बिना इसे नहीं पहनना चाहिए। हालांकि, कुछ विशेष परिस्थितियों में कुंडली में ग्रहों की स्थिति देखकर इसे धारण किया जा सकता है। इसके साथ कभी भी माणिक्य, मूंगा और मोती नहीं पहनना चाहिए।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।