Ratna Shastra: अंगूठी पहनने का शौक तो सभी को होता है। अधिकतर लड़कियों और महिलाओं को अपने हाथों में अंगूठी पहने हुए देखा जाता है। कुछ लोग रत्नों वाली अंगूठी धारण करते हैं और कुछ लोग फैशन के हिसाब से अंगूठी पहनते हैं। हालांकि हम अपने जीवन में जो भी कर रहे हैं अगर उसे नियम कायदे के साथ करें तो हम सकारात्मक परिणाम की प्राप्ति कर सकते हैं।
ज्योतिष के शाखा रत्न शास्त्र में ऐसे कई रत्नों के बारे में बताया गया है जो जीवन की समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मददगार हैं। हालांकि इन सभी को धारण करने का कोई ना कोई तरीका है। ऐसे ही अंगूठियां पहनते समय भी कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। चलिए आज हम आपको इसी के बारे में बताते हैं।
कितनी अंगूठी पहनें
ज्योतिष के नियमों के मुताबिक महिलाएं चाहे तो अपने एक हाथ में तीन अंगूठी पहन सकती हैं। वहीं पुरुषों को केवल हाथ में एक या दो अंगूठी धारण करना चाहिए। महिलाओं को अपने हाथ में दो और दूसरे हाथ में एक अंगूठी पहनना चाहिए ये ज्यादा सही रहता है।
क्या कहते हैं नियम
रत्न शास्त्र के मुताबिक जो महिलाएं अपने हाथों में तीन अंगूठियां धारण करती हैं, उन्हें थोड़ा ध्यान रखने की जरूरत है। दरअसल एक ही हाथ में तीन अंगूठी धारण करने से रत्न दोष या फिर ग्रह दोष लगा सकता है। अगर नियमों का पालन कर हाथ में अंगूठी धारण की जाए सरकारी में सफलता मिलती है और परेशानी नहीं होती।
रत्नों के नियम (Ratna Shastra)
- हम जो भी रत्न धारण करते हैं सबसे पहले तो उसमें ज्योतिष की सलाह लेना जरूरी होता है। कुंडली में मौजूद ग्रह नक्षत्र की स्थिति के मुताबिक ही रत्न पहना जाए तो हमें शुभ परिणाम मिलते हैं।
- रत्न शास्त्र के नियमों के मुताबिक 14 वर्ष की उम्र से पहले किसी भी व्यक्ति को रत्न धारण नहीं कराया जाता।
- 14 की उम्र से पहले बच्चे की उम्र रन की शुद्धता को बनाए रखने में सक्षम नहीं होती इसलिए इस उम्र के बाद रत्न पहनाएं जाते हैं।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।