Malavya/Kendra Trikon Rajyog: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों, कुंडली और नक्षत्रों का बड़ा महत्व माना जाता है। ग्रहों में खास करके दैत्यों के गुरू शुक्र की भूमिका अहम मानी जाती है। शुक्र ग्रह को वृष और तुला राशि का स्वामी माना जाता है।जब भी शुक्र ग्रह चाल बदलते है तो योग राजयोग का निर्माण होता है, जिसका मानव जीवन, राशियों और पृथ्वी पर बड़ा असर देखने को मिलता है।
इसी क्रम में धन, वैभव, ऐश्वर्य के दाता शुक्र ने 29 जून को अपनी स्वराशि वृषभ में प्रवेश कर मालव्य और केन्द्र त्रिकोण राजयोग बनाया है। 25 जुलाई 2025 तक शुक्र यही रहेंगे। यह डबल राजयोग 4 राशियों के लिए बेहद भाग्यशाली साबित होने वाला है। आईए जानते है कौन कौन सी है वो राशियां…….
डबल राजयोग 4 राशियों के लिए शुभ
वृषभ राशि : आपकी राशि में मालव्य और केन्द्र त्रिकोण राजयोग का बनना जातकों के लिए भाग्यशाली साबित हो सकता है। समाज में मान- सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ेगी। लंबे समय से रुका और अटका धन वापस आ सकता है। नौकरीपेशा को प्रमोशन और वेतनवृद्धि का लाभ मिल सकता है। अविवाहितों के लिए विवाह के रिश्ते आ सकते है। भाग्य और परिवार का पूरा साथ मिलेगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होंगी। भौतिक सुख साधनों की प्राप्ति हो सकती है। वैवाहिक जीवन शानदार रहेगा। विद्यार्थियों के लिए भी ये समय काफी अनुकूल हो सकता है। लव लाइफ में चली आ रही परेशानी समाप्त हो सकती है।
मेष राशि : मालव्य और केन्द्र त्रिकोण राजयोग बनना जातकों के लिए फलदायी सिद्ध हो सकता है।भाग्य का साथ मिलेगा।आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।नौकरीपेशा को पदोन्नति के साथ-साथ वेतन में वृद्धि मिल सकती है। करियर में अच्छा लाभ मिल सकता है । लंबे समय से चली आ रही परेशानियों से मुक्ति मिल सकती है।जीवन में खुशियों की दस्तक हो सकती है। फिल्म, मीडिया, कला, संगीत जैसे क्षेत्रों से जुड़े जातकों को लाभ मिल सकता है। कोर्ट-कचहरी के मामलों में सफलता मिल सकती है।आकस्मिक धनलाभ हो सकता है। आपके परिवार और जीवनसाथी के साथ आपके संबंध अच्छे रहेंगे।
कन्या राशि: मालव्य राजयोग बनने से भाग्योदय हो सकता है।धार्मिक और सामाजिक कार्यों में सक्रियता बढ़ेगी । समाज में मान सम्मान बढ़ेगा। काम- कारोबार के संबंध से यात्रा कर सकते हैं। नौकरी में प्रमोशन या नया प्रोजेक्ट मिल सकता है।केंद्र त्रिकोण राजयोग से किस्मत चमक सकती है। छोटी या बड़ी यात्रा कर सकते हैं। किसी धार्मिक या मांगलिक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। पार्टनर के साथ रिश्तों में सामंजस्य बना रहेगा। पैतृक संपत्ति से आप अच्छा लाभ कमा सकते हैं।
सिंह राशि : शुक्र गोचर और केंद्र त्रिकोण राजयोग का बनना जातकों के लिए फलदायी सिद्ध हो सकता है। नौकरी में तरक्की और मनचाही जगह ट्रांसफर का मौका मिल सकता है। भाग्य और परिवार का साथ मिलेगा। पिता के साथ संबंध मजबूत होंगे।छात्रों के लिए भी समय उत्तम रहेगा। आय में वृद्धि होने के प्रबल संकेत है। निवेश के लिए समय अनुकूल रहेगा। रूके व अटके कामों को फिर गति मिल सकती है। विदेश में नौकरी का मौका मिल सकता है। कारोबार में तरक्की मिलेगी। नौकरीपेशा को पदोन्नति की सौगात मिल सकती है। समाज में मान सम्मान बढ़ेगा। व्यापारियों को मुनाफा मिल सकता है।
कुंडली में कब बनता है केन्द्र त्रिकोण/मालव्य राजयोग
- ज्योतिष के मुताबिक, कुंडली में जब 3 केंद्र भाव जैसे 4, 7, 10 और 3 त्रिकोण भाव जैसे 1, 5, 9 जब आपस में युति, दृष्टि संबंध अथवा राशि परिवर्तन करते हैं या एक दूसरे को देखते हैं, या उनके स्वामी आपस में युति करते हैं, तब केंद्र त्रिकोण राजयोग बनता है। केंद्र त्रिकोण राजयोग जातक के लिए भाग्यशाली माना जाता है।इस योग से धन, समृद्धि, यश, और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। यह राजयोग उन राशियों के लिए बहुत शुभ रहेगा, जिनकी कुंडली में शुक्र ग्रह केंद्र और त्रिकोण भाव में युति करता है।
- मालव्य राजयोग शुक्र से संबंधित है, जिस भी जातक की कुंडली में शुक्र लग्न से अथवा चन्द्रमा से केन्द्र के घरों में स्थित है अर्थात शुक्र यदि कुंडली में लग्न अथवा चन्द्रमा से 1, 4, 7 अथवा 10वें घर में वृष, तुला अथवा मीन राशि में स्थित है तो कुंडली में मालव्य राजयोग बनता है। मालव्य राजयोग को पंचमहापुरुष राजयोगों में से एक माना जाता है। अगर शुक्र ग्रह पर सूर्य या गुरु की दृष्टि पड़ रही है तो इस राजयोग का फल व्यक्ति को कम प्रदान होगा। क्योंकि सूर्य और गुरु का शुक्र के साथ शत्रुता का भाव है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)





