केन्द्र योग से चमक उठेगा 3 राशियों का भाग्य! 21 फरवरी से गोल्डन टाइम, नौकरी-व्यापार में सक्सेस, अपार धनलाभ के प्रबल योग

बुध और गुरु का ‘केंद्र योग’ ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण और शुभ योग माना जाता है। 21 फरवरी को इस योग के बनने से 3 राशियों को बेहद लाभ मिलने वाला है।

Pooja Khodani
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Conjunction Of Mercury Jupiter: वैदिक ज्योतिष में ग्रहों की चाल का विशेष महत्व माना जाता है। जब भी कोई ग्रह गोचर, उदय, मार्गी या फिर वक्री होते है तो उसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है।ज्योतिष शास्त्र में जहां ग्रहों के राजकुमार बुध को बुद्धि व्यापार का कारक माना जाता है वही गुरु धन के कारक माने जाते है।जब भी यह दोनों ग्रह राशि परिवर्तन करते है तो राशियों, मानव जीवन और पृथ्वी पर असर पड़ता है।

वैदिक ज्योतिष अनुसार, देवताओं के गुरू बृहस्पति वृषभ राशि और राजकुमार बुध मीन राशि में विराजमान है। 21 फरवरी को बुध और गुरु एक-दूसरे से 90 डिग्री पर होंगे, जिससे केंद्र योग का निर्माण हो रहा है। इस योग के बनने से 3 राशियों को सबसे अधिक लाभ मिलने वाला है। आईए जानते हैं इन लकी राशियों के बारे में…

बुध गुरू और केन्द्र योग का राशियों पर प्रभाव

मेष राशि: गुरु, गुरू और बुध ग्रह की युति और केन्द्र योग जातकों के लिए शुभ साबित होने वाला है।समाज में मान सम्मान बढ़ेगा। परिवार में खुशहाली और सेहत अच्छी रहेगी। आकस्मिक धन लाभ के साथ-साथ भाग्य में वृद्धि देखने को मिलेगा। विदेश यात्रा का सपना पूरा हो सकता है। करियर में तरक्की के प्रबल योग है। नई नौकरी के अवसर मिल सकते है। व्यापार में धनलाभ के साथ नई डील मिल सकती है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।

वृश्चिक राशि: गुरू बुध युति और केंद्र योग जातकों के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है। लंबे समय से रुके और अटके कामों को गति मिल सकती है। करियर में तरक्की मिल सकती है। नौकरीपेशा को वेतन में वृद्धि के साथ पदोन्नति का लाभ मिल सकता है। नया व्यापार आरंभ करने के लिए समय अनुकूल रहेगा। जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी। आर्थिक रूप से मजबूत होंगे।

कुंभ राशि : बुध और गुरु की युति और केन्द्र योग का बनना जातकों के लिए अनुकूल साबित हो सकता है। किस्मत का साथ मिल सकता है। पैतृक संपत्ति मिलने के प्रबल योग है। करियर में नए अवसर मिलेंगे। जीवन में खुशियों की दस्तक हो सकती है। व्यापार में अधिक मुनाफा हो सकता है। यात्रा के प्रबल योग है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। सफलता के नए द्वारा खुलेंगे।

बुध-गुरु के शुभ ‘केंद्र योग’ का महत्व

ज्योतिष के मुताबिक, जब दो ग्रह एक दूसरे से 90 डिग्री पर स्थित होते हो तो केन्द्र योग बनता है।बुध और गुरु के ‘केंद्र योग’ ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण और शुभ योग माना जाता है। गुरु भाग्य का कारक ग्रह है, और बुध व्यावहारिक बुद्धि का। इस योग के प्रभाव से व्यक्ति को भाग्य और मेहनत दोनों का लाभ मिलता है। यह योग बुद्धि, ज्ञान, संचार और भाग्य के क्षेत्र में सकारात्मक प्रभाव डालता है।

(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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