ज्योतिष शास्त्र में केतु को छाया ग्रह का दर्जा दिया जाता है। इसका संबंध किसी व्यक्ति के मानसिक संघर्ष और आध्यात्मिक जागरूकता से होता है। कुंडली में पापी ग्रह की स्थिति मजबूत होने से जातक को मानसिक शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। उसका रुझान अध्यात्म, मोक्ष, वैराग्य और तांत्रिक गतिविधियों की तरफ बढ़ता है। धन और संपत्ति में अपार वृद्धि होती है। सफलता के प्रबल योग बनते हैं।
केतु एक राशि से निकाल कर दूसरे राशि में प्रवेश (Ketu Rashi Parivartan) करने के लिए 18 महीने का समय लेते हैं। पिछलर महीने ही सूर्य की राशि सिंह में गोचर कर चुके हैं। यहां साल 2026 तक भ्रमण करते रहेंगे। इस गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा। यह समय कुछ लोगों के लिए वरदान के समान होगा। धन लाभ और तरक्की के प्रबल योग बनेंगे। भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। आइए जानें किन लोगों पर केतु की विशेष कृपा बरसने वाली है
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए सफलता के प्रबल योग बनेंगे। आत्मविश्वास और ऊर्जा में वृद्धि होगी। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। सेहत को लाभ होगा। बीमारियों से छुटकारा मिलेगा। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा कारोबार में भी तरक्की मिलेगी।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों का भाग्योदय केतु करने वाले हैं। जातकों को हर कार्य में सफलता मिलेगी। धन और समृद्धि में वृद्धि होने वाली है। व्यक्तित्व में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे लोग, जो लोगों को आपकी तरफ आकर्षित करेगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। आर्थिक लाभ होगा। निवेश पर मुनाफा होगा। पार्टनरशिप में किए गए बिजनेस में भी फायदा होने वाला है।
मेष राशि
केतु की कृपा से मेष राशि के जातकों को भी किस्मत का साथ मिलेगा। कोई भी नया बिजनेस या योजना शुरू करने के लिए यह समय अनुकूल रहेगा। करियर में सफलता मिलने वाली है। प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त हो सकते हैं। वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपके संबंध अच्छे होंगे। प्रमोशन मिल सकता है । मान सम्मान में भी वृद्धि होगी। घर परिवार में खुशहाली का माहौल बना रहेगा।
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, ग्रंथों, ज्योतिष सिद्धांतों और अन्य माध्यमों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग न्यूज भविष्यवाणियों की गारंटी नहीं लेता।





