Six Planets in Pisces /Yog 2025: 29 मार्च को मीन राशि में ग्रहों का महाकुंभ लगने वाला है। इस दौरान गुरू की राशि मीन में शनि, सूर्य, बुध, चन्द्रमा, शुक्र और राहु विराजमान रहेंगे। इस दौरान अलग अलग ग्रहों की युति से त्रिग्रही, चर्तुग्रही, बुधादित्य, शुक्रादित्य, लक्ष्मी नारायण योग बनेगा। इसके अलावा सभी 6 ग्रह मिलकर 57 साल बाद षडग्रही योग भी बनाएंगे। जो कई राशियों को विशेष फल प्रदान करने वाला साबित होगा।
ज्योतिष में शुक्र को प्रेम, वैभव, सुख का कारक माना जाता है। वर्तमान में शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में विराजमान है और 31 मई तक इसी राशि में रहेंगे। आत्मा मान-सम्मान के कारक सूर्य 14 मार्च से मीन में स्थित है। 28 को चन्द्रमा व न्याय के देवता शनि 29 मार्च को गुरु की राशि मीन में प्रवेश करेंगे। जहां पर पहले से ही बुध व राहु विराजमान है, ऐसे में मीन राशि में बुध सूर्य की युति से बुधादित्य, शुक्र सूर्य की युति से शुक्रादित्य और शुक्र बुध की युति से राजयोग और 6 ग्रहों के संयोग से षडग्रही योग बन रहा है, जो 3 राशियों के लिए शुभ साबित होगा।

6 ग्रहों का संयोग-राजयोग, राशियों पर प्रभाव
सिंह राशि: मीन राशि में ग्रहों का योग संयोग जातकों के लिए बहुत लाभकारी सिद्ध हो सकता है। षडग्रही योग से भाग्य का साथ मिलेगा।कार्यों में सफलता मिलेगी। नौकरी में तरक्की के नए अवसर खुलेंगे। रिसर्च से जुड़े लोगों के लिए समय अनुकूल रहेगा। धन बचत करने में कामयाब होंगे। आय में वृद्धि के साथ नए नए स्त्रोत मिलेंगे। व्यापारा में मुनाफे के साथ नई डील मिलने की संभावना है।
मकर राशि: योग व राजयोग का संयोग जातकों के लिए बेहद शुभ साबित हो सकता है। आय में जबरदस्त वृद्धि हो सकती है।संतान से जुड़ी कोई गुड न्यूज मिल सकती है। साहस और पराक्रम में वृद्धि हो सकती है।कारोबार में मुनाफा और नए अवसर मिल सकते है। नौकरीपेशा को पदोन्नति व वेतनवृद्धि का लाभ मिल सकता है।समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी। देश -विदेश की यात्रा कर सकते हैं। इस दौरान प्रापर्टी और वाहन खरीद सकते है।
धनु राशि : मीन राशि में ग्रहों का संयोग, राजयोग और शुभ योग का बनना जातकों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। हर क्षेत्र में अपार सफलता हासिल हो सकती है। भौतिक- सुविधाओं में वृद्धि हो सकती है। नौकरीपेशा को वेतन वृद्धि के साथ प्रमोशन का लाभ मिल सकता है। दांपत्य जीवन में प्रेम और सामंजस्य बढ़ेगा।काम- कारोबार के संबंध से यात्रा कर सकते हैं। माता और ससुरालीजनों के साथ संबंध मजबूत होंगे।
क्या होता है बुधादित्य, शुक्रादित्य और लक्ष्मी नारायण राजयोग
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आदित्य का मतलब सूर्य से होता है इस तरह से जब कुंडली में सूर्य और बुध दोनों ग्रह एक साथ मौजूद हों तो बुधादित्य राजयोग बनता है। जब किसी भी राशि में बुध और शुक्र ग्रह दोनों एक साथ होते हैं, तो लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होता है। जब कुंडली में सूर्य और शुक्र एक राशि में विराजमान होते है तो शुक्रादित्य राजयोग का निर्माण होता है। ज्योतिष में इन सभी राजयोग को बेहद खास माना गया है।इस बार यह राजयोग मीन राशि में बनने जा रहे है।
29 मार्च को साल का पहला सूर्य ग्रहण भी
29 मार्च को जहां मीन राशि में ग्रहों का महाकुंभ लगेगा । इस दिन आंशिक सूर्य ग्रहण( Surya Grahan) भी पड़ने वाला है, ऐसे में एक ही दिन शनि गोचर और सूर्य ग्रहण का संयोग देखने को मिलेगा। हालांकि यह ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा और न ही इसका सूतक काल मान्य होगा ।यह ग्रहण उत्तरी अमेरिका, ग्रीनलैंड, आईस लैंड, उत्तरी अटलांटिक महासागर, पूरे यूरोप और उत्तर-पश्चिमी रूस में देखा सकेगा।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)