Laxmi Narayan Rajyog 2025: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों, कुंडली और नक्षत्रों का बड़ा महत्व माना जाता है।हर ग्रह एक निश्चित समय अंतराल के बाद राशि परिवर्तन करता है। खास करके नवग्रहों में से दैत्यों के गुरू शुक्र और ग्रहों के राजकुमार बुध जब भी चाल बदलते है, तो इसका असर राशियों, पृथ्वी और मानव जीवन पर पड़ता है। इसी क्रम में अब अगस्त में ये दोनों ग्रह कर्क राशि में गोचर कर लक्ष्मी नारायण राजयोग का निर्माण करने वाले है।
ज्योतिष के मुताबिक वर्तमान में सौंदर्य, भौतिक सुख, धन और ऐश्वर्य के कारक शुक्र मीन राशि में विराजमान है और 21 अगस्त को कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। बुद्धि, वाणी के कारक बुध 22 जून कर्क में गोचर करेंगे और 30 अगस्त तक यही रहेंगे, ऐसे में चन्द्रमा की राशि कर्क में बुध शुक्र की युति से लक्ष्मी नारायण राजयोग का निर्माण होगा जो कई राशियों के लिए शुभ साबित हो सकता है।

Laxmi Narayan Rajyog: 3 राशियों का होगा भाग्योदय
कन्या राशि: बुध शुक्र की युति और लक्ष्मी नारायण राजयोग का बनना जातकों के लिए लकी सिद्ध हो सकता है। नौकरीपेशा को वेतनवृद्धि के साथ पदोन्नति का तोहफा मिल सकता है। समाज में मान-सम्मान की वृद्धि होगी। धन की बचत करने में भी सफल रहेंगे। इस अवधि में निवेश से लाभ मिल सकता है। आपको संतान से जुड़ा कोई शुभ समाचार मिल सकता है। व्यापार में अचानक बड़ा लाभ हो सकता है।
मेष राशि: शुक्र बुध युति और लक्ष्मी नारायण राजयोग जातकों के लिए फलदायी साबित हो सकता है। भौतिक सुखों की प्राप्ति हो सकती है। इस समय आप वाहन या कोई प्रापर्टी खरीद सकते हैं।लव लाइफ अच्छी रहेगी। निवेश से लाभ मिल सकता है। पैतृक संपत्ति का भी लाभ मिल सकता है। माता और ससुरालीजनों के साथ संबंध अच्छे रहेंगे।रूके कामों को गति मिलेगी।
तुला राशि: शुक्र बुध युति और लक्ष्मी नारायण राजयोग जातकों के लिए खास साबित हो सकता है।भौतिक सुखों में वृद्धि होगी। पिता के साथ संबंध मजबूत होंगे।बेरोजगार लोगों को नौकरी मिल सकती है। करियर में नए अवसर मिलेंगे।व्यापारियों के लिए समय उत्तम रहेगा, धनलाभ के प्रबल योग है। नौकरीपेशा को सैलरी हाईक के साथ पदोन्नति का तोहफा मिल सकता है।कार्यों में सफलता प्राप्त करेंगे। लंबे समय से रूके व अटके कामों को गति मिल सकती है।
क्या होता है Laxmi Narayan Rajyog
ज्योतिष शास्त्र में लक्ष्मी नारायण राजयोग का विशेष महत्व बताया गया है, इसे बेहद ही शुभ माना गया है। जब किसी भी राशि में बुध और शुक्र ग्रह दोनों एक साथ होते हैं, तो लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होता है।कहते है जिसकी कुंडली में यह योग बनता है उस पर लक्ष्मी जी की कृपा बरसती है, वहां धन धान्य की वर्षा होती है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)