Laxmi Narayan/Budhaditya/Shukraditya Rajyog : ज्योतिष के मुताबिक, हर ग्रह एक निश्चित समय के बाद एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है और अगर एक राशि में 2 या इससे अधिक ग्रह आ जाए तो राजयोग या फिर दुर्लभ संयोग बनते है। वर्तमान में सुख, धन और वैभव के कारक और दैत्यों के देवता शुक्र और ग्रहों के राजकुमार बुध कर्क राशि में विराजमान है। 16 जुलाई को ग्रहों के राजा सूर्य कर्क राशि में प्रवेश करने जा रहे है, ऐसे में शुक्र बुध की युति से लक्ष्मी नारायण, बुध शुक्र की युति से बुधादित्य और सूर्य शुक्र से शुक्रादित्य राजयोग का निर्माण होने जा रहा है जो 3 राशियों के लिए शुभ साबित हो सकता है। आईए जानते हैं कौन सी राशियों के लिए शुभ होगा…….
कर्क राशि : लक्ष्मी नारायण राजयोग जातकों के लिए अनुकूल साबित हो सकता है। समाज में मान सम्मान में वृद्धि देखने को मिलेगी । नौकरी और कारोबार में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। इस अवधि में कोई वाहन या प्रापर्टी खरीद सकते हैं। बुधादित्य शक्रादित्य राजयोग से आत्मविश्वास में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। भाग्य का पूरा साथ मिलेग। शादीशुदा लोगों का वैवाहिक जीवन खुशहाल रहेगा। आपको जीवनसाथी का सहयोग प्राप्त होगा।धन कमाने के कई बेहतरीन अवसर मिलेंगे । जो लोग अविवाहित हैं, उनके लिए अच्छे रिश्ते आ सकते हैं। साथ ही इस समय आपको पार्टनरशिप के काम में अच्छा लाभ होगा।
कन्या राशि : बुधादित्य और शुक्रादित्य राजयोग का बनना जातकों के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है। आय़ में जबरदस्त बढ़ोतरी हो सकती है, आय के नए स्त्रोत बन सकते हैं। आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है। इस अवधि में जमीन व वाहन खरीद सकते है। निवेश करना चाहते हैं तो आपको अच्छा लाभ होगा। एक्पोर्ट और इंपोर्ट का बिजनेस करते हैं तो उनको अच्छा लाभ हो सकता है।
सिंह राशि : लक्ष्मी नारायण राजयोग जातकों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। आत्मविश्वास में वृद्धि देखने को मिलेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। कार्य-व्यापार में आपको अपार सफलता मिलेगी । आय में वृद्धि होगी। आय के नए नए स्त्रोत खुलेंगे। वैवाहिक जीवन शानदार रहेगा। सेहत अच्छी होगी। सभी चिंताओं से मुक्ति भी मिलेगी।इस दौरान अविवाहित लोगों को विवाह का प्रस्ताव आ सकता है।कार्यों में सफलता मिलेगी।
धनु राशि : लक्ष्मी नारायण राजयोग का बनना जातकों के लिए फलदायी सिद्ध हो सकता है। भाग्योदय हो सकता है। देश- विदेश की यात्राएं शुभ साबित हो सकती है। धार्मिक या मांगलिक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। वहीं इस समय प्रतियोगी छात्र किसी परीक्षा में पास हो सकते हैं।अटके रुके कामों को गति मिल सकती है।
तुला राशि : बुधादित्य और शुक्रादित्य राजयोग का बनना शुभ फलदायी साबित हो सकता है। करियर और कारोबार में तरक्की मिल सकती है। आमदनी में वृद्धि देखने को मिलेगी। बेरोजागार लोगों को नई नौकरी मिल सकती है। नौकरीपेशा में पदोन्नति और वेतनवृद्धि हो सकती है। पिता के साथ संबंधों में मजबूती देखने को मिलेगी।कार्यों में सफलता मिलेगी। भाग्य का साथ मिलेगा।
क्या है लक्ष्मी नारायण/बुधादित्य राजयोग?
- वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आदित्य का मतलब सूर्य से होता है इस तरह से जब कुंडली में सूर्य और बुध दोनों ग्रह एक साथ मौजूद हों तो बुधादित्य राजयोग बनता है। बुधादित्य योग कुंडली के जिस भाव में मौजूद रहता है उसे वह मजबूत बना देते है। कुंडली में बुध और सूर्य के एक साथ होने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है। जब किसी व्यक्ति की कुंडली में बुधादित्य योग बनता है उसे धन, सुख-सुविधा, वैभव और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
- ज्योतिष शास्त्र में लक्ष्मी नारायण राजयोग का विशेष महत्व बताया गया है, इसे बेहद ही शुभ माना गया है। जब किसी भी राशि में बुध और शुक्र ग्रह दोनों एक साथ होते हैं, तो लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होता है।इस योग से लक्ष्मी जी की कृपा बरसती है, वहां धन धान्य की वर्षा होती है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)