Mahalaxmi Rajyog 2025 : मार्च की तरह अप्रैल में ग्रहों का महागोचर होने वाला है, ऐसे में एक राशि में दो या दो से अधिक ग्रहों के आने से योग व राजयोग का निर्माण होगा। इसमें सबसे अहम ग्रहों के सेनापति मंगल और मन के कारक चन्द्रमा की कर्क राशि में युति होगी। इससे महालक्ष्मी राजयोग बनेगा, जो 3 राशियों के शुभ होगा।
ज्योतिष में मंगल ग्रह को साहस, शक्ति और ऊर्जा का कारक माना गया है, वे हर 45 दिन में राशि बदलते रहते हैं।वही चन्द्रमा सबसे तेज गति से चलने वाले ग्रह है और हर ढ़ाई दिन में राशि बदलते है।वर्तमान में ग्रहों के सेनापति मंगल मिथनु राशि में विराजमान है और 3 अप्रैल को कर्क में प्रवेश करेंगे। मन के कारक चन्द्रमा भी 5 अप्रैल को कर्क राशि में गोचर करेंगे ,जिससे चैत्र नवरात्रि में कर्क राशि में मंगल चंद्रमा की युति से महालक्ष्मी राजयोग बनेगा, जिसका प्रभाव 8 अप्रैल तक रहेगा।

महालक्ष्मी राजयोग और राशियों पर प्रभाव
कन्या राशि : जातकों के लिए महालक्ष्मी राजयोग शुभ और लाभकारी रहेगा। मां लक्ष्मी की कृपा से धन दौलत में बढ़ोतरी होगी।आय के स्त्रोत बढ़ेंगे। विदेश यात्रा पर जा सकते हैं। आर्थिक स्थिति में सुधार देखने को मिलेगा। लंबे समय से रुके अटके काम पूरे हो सकते है। करियर के क्षेत्र में सफलता हासिल करेंगे। व्यापार में खूब मुनाफा मिलने के संकेत है।मनोकामना पूरी हो सकती है।
मकर राशि : चंद्रमा- मंगल की युति और महालक्ष्मी राजयोग जातकों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। परिवार के साथ अच्छा वक्त बीतेगा। व्यापार में नई डील मिलने के प्रबल संकेत है। अविवाहितों को शादी का प्रस्ताव मिल सकता है। जीवनसाथी के साथ चली आ रही समस्याएं समाप्त हो सकती है । हर क्षेत्र में अपार सफलता हासिल हो सकती है।
कर्क राशि: महालक्ष्मी राजयोग जातकों के लिए लकी साबित होगा। करियर में तरक्की के प्रबल योग है। कोई अटका या रूका हुआ काम पूरा हो सकता है। नौकरी में प्रमोशन और वेतन वृद्धि का लाभ भी मिलने के प्रबल संकेत है। परिवार के साथ अच्छा समय मिलेगा। स्वास्थ्य के मामले में सावधानी बरतें।
तुला राशि : मंगल चंद्रमा की युति और महालक्ष्मी राजयोग जातकों के लिए फलदायी साबित हो सकता है। करियर के क्षेत्र में काफी लाभ मिल सकता है। नए व्यापार की शुरुआत कर सकते हैं। विवाह का प्रस्ताव आ सकता है।समाज में मान प्रतिष्ठा बढ़ेगी। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को सफलता मिल सकती है। लंबे समय से रुके काम पूरे हो सकते हैं ।नौकरीपेशा को पदोन्नति के साथ वेतन वृद्धि का लाभ मिल सकते हैं।मां लक्ष्मी की कृपा बरसेगी।
क्या होता है Mahalaxmi Rajyog
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, लग्न कुंडली में जब मंगल और चंद्रमा एक साथ विराजमान हो तो महालक्ष्मी योग का निर्माण होता है। मंगल और चंद्रमा की युति जब कुंडली में द्वितीय, नवम, दशम और एकादश भाव में हो रही हो तब अपार धन लाभ देता है।ज्योतिष में इस योग को बेहद शक्तिशाली माना जाता है। महालक्ष्मी योग से धन, दौलत, सुख, समृद्धि, और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है और माता लक्ष्मी हमेशा कृपा बरसाती हैं। समाज में मान-सम्मान मिलता है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)