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Thu, Dec 18, 2025

महालक्ष्मी राजयोग पलटेगा 3 राशियों का भाग्य! करियर-कारोबार में तरक्की, आय में वृद्धि के प्रबल योग

Written by:Pooja Khodani
Published:
ज्योतिषियों के मुताबिक अगस्त अंत में चंद्रमा मंगल की युति से कन्या राशि में महालक्ष्मी राजयोग बनेगा जो कुछ राशि वालों के लिए शुभ साबित हो सकता है।आईए जानते है कौन सी है वो भाग्यशाली राशियां.............
महालक्ष्मी राजयोग पलटेगा 3 राशियों का भाग्य! करियर-कारोबार में तरक्की, आय में वृद्धि के प्रबल योग

Rajyog 2025

Mahalaxmi Rajyog 2025 : ज्योतिष में ग्रहों के सेनापति और मन के कारक चन्द्रमा की भूमिका बेहद अहम मानी जाती है। मंगल ग्रह को साहस, शक्ति और ऊर्जा का कारक माना जाता है, वे हर 45 दिन में राशि बदलते रहते हैं।वही मन के कारक चन्द्रमा सबसे तेज गति से चलने वाले ग्रह है और हर ढ़ाई दिन में राशि बदलते है, ऐसे में किसी ना किसी ग्रह से युति करते है। वर्तमान में मंगल कन्या राशि में विराजमान है और 25 अगस्त को चन्द्रमा कन्या में गोचर करेंगे, ऐसे में कन्या राशि में मंगल चंद्रमा की युति से महालक्ष्मी राजयोग बनेगा, जिसका प्रभाव 27 अगस्त तक रहेगा।यह राजयोग 3 राशि के जातकों के लिए भाग्यशाली साबित हो सकता है।

महालक्ष्मी राजयोग और राशियों पर प्रभाव

कन्या राशि : मंगल चंद्रमा की युति और महालक्ष्मी राजयोग जातकों के लिए फलदायी साबित हो सकता है। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। कार्यों से प्रसिद्धि मिल सकती है। यात्रा पर जा सकते है। आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। अटके रूके कामों को गति मिल सकती है। माता के साथ संबंध अच्छे रह सकते हैं। लंबे समय से चली आ रही समस्याओं का समाधान मिल सकता है।

कुंभ राशि: मंगल चन्द्र की युति और महालक्ष्मी राजयोग जातकों के लिए अनुकूल साबित हो सकता है।आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। निवेश से लाभ मिल सकता है। करियर में आ रही समस्याएं दूर हो सकती है। बेरोजगारों को नौकरी के अवसर मिल सकते है। नौकरीपेशा को पदोन्नति, नई नौकरी और वेतनवृद्धि का लाभ मिल सकता है।

कर्क राशि : चंद्रमा- मंगल की युति और महालक्ष्मी राजयोग जातकों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। नौकरीपेशा को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। व्यापारियों को कारोबार में मुनाफे के साथ नई डील मिल सकती है।मानसिक तनाव से मुक्ति मिल सकती है। परिवार के साथ अच्छा वक्त बीतेगा। वकील और पत्रकार के लिए समय अनुकूल रहेगा। समस्याओं का समाधान होगा।

कब बनता है महालक्ष्मी राजयोग

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, लग्न कुंडली में जब मंगल और चंद्रमा एक साथ विराजमान हो तो महालक्ष्मी योग का निर्माण होता है। मंगल और चंद्रमा की युति जब कुंडली में द्वितीय, नवम, दशम और एकादश भाव में हो रही हो तब अपार धन लाभ देता है।ज्योतिष में इस योग को बेहद शक्तिशाली माना जाता है। महालक्ष्मी योग से धन, दौलत, सुख, समृद्धि, और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है और माता लक्ष्मी हमेशा कृपा बरसाती हैं। समाज में मान-सम्मान मिलता है।

(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)