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Thu, Dec 18, 2025

महालक्ष्मी राजयोग 3 राशियों के लिए बेहद लकी, धनलाभ व यात्रा के योग, कारोबार-नौकरी में मिलेगी तरक्की

Written by:Pooja Khodani
Published:
ज्योतिषियों के मुताबिक सितंबर अंत में चंद्रमा मंगल की युति से तुला राशि में महालक्ष्मी राजयोग बनेगा जो 3 राशि वालों के लिए शुभ साबित हो सकता है।आईए जानते है कौन सी है वो भाग्यशाली राशियां.............
महालक्ष्मी राजयोग 3 राशियों के लिए बेहद लकी, धनलाभ व यात्रा के योग, कारोबार-नौकरी में मिलेगी तरक्की

Mahalaxmi Rajyog 2025 : ज्योतिष में ग्रहों के सेनापति और मन के कारक चन्द्रमा की भूमिका बेहद अहम मानी जाती है। मंगल ग्रह को साहस, शक्ति और ऊर्जा का कारक माना जाता है, वे हर 45 दिन में राशि बदलते रहते हैं। मन के कारक चन्द्रमा सबसे तेज गति से चलने वाले ग्रह है और हर ढ़ाई दिन में राशि बदलते है, ऐसे में किसी ना किसी ग्रह से युति करते है। वर्तमान में मंगल तुला राशि में विराजमान है और 24 सितंबर को चन्द्रमा भी तुला में गोचर करेंगे, ऐसे में तुल राशि में मंगल चंद्रमा की युति से महालक्ष्मी राजयोग बनेगा, जिसका प्रभाव 26 सितंबर तक रहेगा।

महालक्ष्मी राजयोग और राशियों पर प्रभाव

तुला राशि : मंगल चंद्रमा की युति और महालक्ष्मी राजयोग जातकों के लिए फलदायी साबित हो सकता है। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। आत्मविश्वास और पराक्रम में वृद्धि होगी। वैवाहिक जीवन शानदार रहेगा। परिवार और दोस्तों के साथ समय अच्छा रहेगा।अविवाहितो के लिए विवाह के प्रस्ताव आ सकते है।

कर्क राशि : चंद्रमा- मंगल की युति और महालक्ष्मी राजयोग जातकों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। काम-कारोबार में खास तरक्की मिल सकती है। नौकरीपेशा को नई नौकरी का ऑफर या प्रमोशन मिल सकता है। इस अवधि में यात्रा कर सकते है। कारोबार में धनलाभ के प्रबल योग है।

कुंभ राशि: मंगल चन्द्र की युति और महालक्ष्मी राजयोग जातकों के लिए अनुकूल साबित हो सकता है। नौकरी में तरक्की या नए प्रोजेक्ट्स मिल सकते है । स्टूडेंट्स को विदेश में पढ़ाई जाकर करने का मौका मिल सकता है। पिता और परिवार के साथ संबंध मजबूत होंगे। किस्मत का साथ मिल सकता है। धार्मिक या मांगलिक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं।

कब बनता है महालक्ष्मी राजयोग

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, लग्न कुंडली में जब मंगल और चंद्रमा एक साथ विराजमान हो तो महालक्ष्मी योग का निर्माण होता है। मंगल और चंद्रमा की युति जब कुंडली में द्वितीय, नवम, दशम और एकादश भाव में हो रही हो तब अपार धन लाभ देता है।ज्योतिष में इस योग को बेहद शक्तिशाली माना जाता है। महालक्ष्मी योग से धन, दौलत, सुख, समृद्धि, और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है और माता लक्ष्मी हमेशा कृपा बरसाती हैं। समाज में मान-सम्मान मिलता है।

(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)