ग्रहों के सेनापति मंगल को एक राशि से निकलकर दूसरे राशि में गोचर के लिए 45 दिन का समय लगता है। ऐसे में दोबारा एक राशि में गोचर (Mangal Gochar 2025) करने में मंगल को करीब डेढ़ साल का समय लगता है। 3 अप्रैल को मंगलदेव चंद्रमा की राशि कर्क में गोचर करने जा रहे हैं। यह भूमिपुत्र की नीच राशि भी है। इस राशि परिवर्तन का प्रभाव 12 सभी राशियों पर पड़ेगा। किसी के लिए यह शुभ तो किसी के लिए अशुभ साबित होगा।
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में मंगल को शुभ ग्रहों में से एक माना गया है। इस ग्रह को ऊर्जा, पराक्रम, भूमि, क्रोध, शक्ति, भाई इत्यादि का कारक माना जाता है। यह वृश्चिक और मेष राशि का स्वामी है। कुंडली में मंगल की स्थिति मजबूत होने से व्यक्ति को सफलता मिलती है। साहस-पराक्रम और आत्मविश्वास बढ़ता है। भूमि और प्रॉपर्टी संबंधित लाभ होता है। आइए जानें किन लोगों के लिए यह गोचर लाभकारी सिद्ध होगा?
मेष राशि (Mesh Rashi)
मेष राशि के जातकों के लिए मंगल का राशि परिवर्तन शुभ रहेगा। घर-परिवार में सुख-शांति का माहौल बना रहेगा। घर, भूमि और वाहन खरीदने के योग बन रहे हैं। ससुराल पक्ष के साथ संबंध अच्छे बनेंगे। कार्यक्षेत्र में प्रमोशन मिल सकता है। इनकम में भी वृद्धि होगी। भौतिक सुख-सुविधाओं का लाभ मिलेगा।
वृश्चिक राशि (Vrishchik Rashi)
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए भी मंगल का गोचर अनुकूल रहेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं। कारोबार से जुड़े लोगों को इस दौरान कोई नया इस दौरान मुनाफा होगा। जॉब करने वालों को बड़ा प्रोजेक्ट मिल सकता है। जीवन में सकारात्मक बदलाव हो सकते हैं। निवेश के लिए यह समय शुभ रहेगा। छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिल सकती है।
धनु राशि (Dhanu Rashi)
धनु राशि के जातकों के लिए भी मंगल का गोचर अच्छा रहेगा। कार्यक्षेत्र और कारोबार में सफलता की प्रबल योग बन रहे हैं। नौकरी की तलाश पूरी हो सकती है। निवेश से मुनाफा होगा। छात्रों के लिए भी यह समय अनुकूल रहेगा। विदेश जाकर पढ़ाई का सपना पूरा हो सकता है। कोई भी नया कार्य या कारोबार शुरू करने के लिए यह समय शुभ रहेगा।
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)





