व्यक्ति के मन से जुड़ा है ये चमत्कारी रत्न, इसे पहनने से बढ़ता है कॉन्फिडेंस, दूर होती है चिंता

रत्न शास्त्र में कई रत्नों का उल्लेख किया गया है, जो हमारे जीवन को गहरे तरीके से प्रभावित करते हैं। चलिए आज हम आपको पुखराज के उपरत्न के बारे में जानकारी देते हैं।

Diksha Bhanupriy
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ज्योतिष एक ऐसी विद्या है, जो हमें जीवन और भविष्य के बारे में ग्रहों के जरिए सटीक जानकारी प्रदान करती है। अगर हम अपने जीवन के बारे में कुछ जानना चाहते हैं या फिर किसी परेशानी का समाधान प्राप्त करना चाहते हैं तो ज्योतिष में हमें यह सब कुछ आसानी से पता चल जाता है। इसके लिए हमें बस अपनी राशि, जन्म तिथि, समय और कुंडली की आवश्यकता होती है और सब कुछ हमारे सामने होता है।

ज्योतिष में पूरी गणना ग्रह नक्षत्र की स्थिति को देखकर की जाती है। यह कई अलग-अलग भागों में विभाजित है, जिनमें गणना करने का तरीका जरूर अलग है लेकिन इनका माध्यम ग्रह ही है। रत्न शास्त्र भी ज्योतिष की एक महत्वपूर्ण शाखा है, जिसमें कुछ चमत्कारी रत्नों का उल्लेख किया गया है जो हमारे जीवन पर सकारात्मक असर डालते हैं। आज हम आपको ऐसे ही रत्न सुनहला के बारे में बताते हैं।

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चमत्कारी है सुनहला (Yellow Topaz)

सुनहला एक ऐसा रत्न है, जिसे येलो टोपाज के नाम से पहचाना जाता है। यह पुखराज का उपरत्न है जो बृहस्पति ग्रह से संबंधित है। इसे धारण करने से सुख समृद्धि और भाग्य में वृद्धि होती है और मानसिक शांति प्राप्त होती है। ये करियर और निजी जिंदगी में पॉजिटिविटी लाने का काम करता है। चलिए इसे धारण करने का तरीका और होने वाले फायदे जान लेते हैं।

कैसे पहनें

  • सुनहला बृहस्पति का रत्न है इसलिए इसे गुरुवार या फिर शुक्रवार को पहनना शुभ होता है।
  • इसे पहनने से पहले गंगाजल या फिर ताजा पानी में 10-15 मिनट तक भिगोकर रखें और अच्छी तरह धो लें।
  • इसके बाद आपको इस भगवान के समक्ष रखना है और बृहस्पति देवता का स्मरण करना है।
  • इसे हमेशा सोने-चांदी या फिर किसी शुभ धातु में बनवाया जाता है। आप इसे अंगूठी, पेंडेंट या लटकन के रूप में पहन सकते हैं।
  • दाहिने हाथ की तर्जनी उंगली में इसे पहनना बहुत शुभ माना गया है।
  • इसे धारण करने के लिए सबसे उचित समय सूर्योदय होता है।

होने वाले लाभ

  • सुनहला धारण करने से व्यक्ति को मन की शांति प्राप्त होती है। ये मानसिक शांति प्रदान करता है जिस से व्यक्ति की एकाग्रता बढ़ती है।
  • जिन लोगों का धर्म-कर्म के कामों में मन नहीं लगता यह उनके लिए लाभकारी है क्योंकि यह आध्यात्मिक विकास करता है।
  • इसे पहनने से धन और समृद्धि में वृद्धि होती है।
  • यह व्यक्ति के आत्मविश्वास को बढ़ाता है और उसके निर्णय लेने की क्षमता मजबूत करता है।
  • इसे धारण करने से सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है और व्यक्ति आत्मनिर्भर रहता है।
  • जो लोग तनाव और चिंता का सामना कर रहे हैं, उनके लिए ये उपयोगी है।

डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।


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Diksha Bhanupriy

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"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

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