नरक चतुर्दशी पर करें ये 5 टोटके, जीवन में आएगी खुशहाली, होगी धन वर्षा, बुरी नजर से मिलेगा छुटकारा 

30 अक्टूबर को नरक चतुर्दशी मनाई जाएगी। इस दिन कुछ उपायों को करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं। सुख-समृद्धि बढ़ती है।

Manisha Kumari Pandey
Published on -
Narak Chaturdashi Ke Totke

Narak Chaturdashi Ke Totke: दीवाली एक दिन पहले नरक चतुर्दशी मनाई जाती है। इसे रूप चौदस, काली चतुर्दशी और छोटी दीवाली के नाम से भी जाना जाता है। हिन्दू धर्म में इस दिन का विशेष महत्व होता है। इस दिन दक्षिण दिशा में यमराज को समर्पित दीपक जलाने की परंपरा है। ऐसा करने से अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति मिलती है।

इस बार नरक चतुर्दशी का आरंभ 30 अक्टूबर दोपहर 1:15 बजे हो रहा है, समापन 31 अक्टूबर दोपहर 3:52 बजे होगा। छोटी दीवाली 30 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इस दिन  कुछ उपायों का करना बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा करने से जीवन में खुशहाली आती है। कष्टों से छुटकारा मिलता है। धन-धान्य में वृद्धि होती है-

नहाने के पानी में मिलाएं ये चीज (Narak Chaturdashi Upay)

नरक चतुर्दशी के दिन नहाने के पानी में चमेली के तेल की कुछ बूंदें मिलाएं। इसके बाद स्नान करें। ऐसा करने से ग्रह दोष से मुक्ति मिलती है। रोगों से मुक्ति मिलती है।

बुरी नजर से मिलेगा छुटकारा (Chhoti Diwali 2024) 

नरक चतुर्दशी के दिन एक साथ लौंग, कपूर और तेजपत्ता जलाएं। इसे परिवार से सदस्य के ऊपर से उतारकर जल में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से आसपास की नकारात्मक ऊर्जा दूरी होगी। जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

धन लाभ के लिए करें ये 3 काम (Kali Chaturdashi

  • नरक चतुर्दशी के दिन तुलसी के सामने घी का दीपक जलाएं। परिक्रमा करें। आरती करें। ऐसा करने से धन-धान्य में वृद्धि होती है।
  • नरक चतुर्दशी के दिन तेल का दान करें। शरीर में सरसों तेल लगाकर गंगा स्नान करें। ऐसा करने से ग्रह दोष दूर होते हैं। कर्ज से छुटकारा मिलता है।
  • छोटी दीवाली के दिन यमदेव को तिल चढ़ाएं। घर के दक्षिण दिशा में चौमुखी दीपक जलाएं।

(Disclaimer: इन आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News