Navpancham Rajyog 2025 : ज्योतिष में देवताओं के गुरू बृहस्पति और ग्रहों के सेनापति मंगल की भूमिका बेहद अहम मानी जाती है।देवगुरू बृहस्पति हर 13 महीने में राशि बदलते है, जबकी मंगल हर माह राशि बदलते है।वर्तमान में ज्ञान, बुद्धि, धर्म, भाग्य और संतान के कारक गुरू मिथुन में विराजमान है। 13 सितंबर को साहस पराक्रम और भूमि के कारक मंगल शुक्र की राशि तुला राशि में प्रवेश करेंगे। इस दौरान मंगल मिथुन राशि में पांचवें और गुरु तुला राशि में नवम भाव में विराजमान होंगे, जिससे नवपंचम राजयोग का निर्माण होगा जो 3 राशियों के लिए लकी साबित हो सकता है।
नवपंचम राजयोग का राशियों पर प्रभाव
सिंह राशि : मंगल गुरू का नवपंचम राजयोग जातकों के लिए शुभ साबित हो सकता है। करियर के क्षेत्र में सफलता मिल सकती है। नौकरी के नए अवसर, वेतन वृद्धि और प्रमोशन का मौका मिल सकता है। व्यापार में मुनाफा कमा सकते है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।लव लाइफ अच्छी जाने वाली है। पार्टनर के साथ आपके रिश्ते बेहतर हो सकते हैं।
कुंभ राशि : मंगल गुरू का नवपंचम राजयोग जातकों के लिए अनुकूल साबित हो सकता है। जीवन में खुशियों की दस्तक हो सकती है। धार्मिक कार्यों में रूचि बढ़ेगी। नौकरी में पदोन्नति के साथ वेतनवृद्धि का लाभ मिल सकता है। सट्टेबाजी या ट्रेड से जुड़े लोगों को व्यापार में लाभ मिल सकता । आर्थिक स्थिति मजबूत होगी । आय वृद्धि के नए स्रोत खुल सकते हैं।
मीन राशि : मंगल गुरू का नवपंचम योग जातकों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी। घर-परिवार का पूरा सहयोग मिलेगा। करियर में नए अवसर मिल सकते है। व्यापार में मुनाफे के साथ नई डील मिल सकती है। जीवनसाथी के साथ चल रही परेशानियां दूर होंगी। रिश्तों में मधुरता आएगी।
ऐसे बनता है कुंडली में नवपंचम राजयोग
ज्योतिष के मुताबिक, नवपंचम राजयोग तब बनता है जब दो ग्रह एक दूसरे से त्रिकोण भाव में स्थित हो जाते हैं। दोनों ग्रहों के बीच 120 डिग्री का कोण बनता है तथा एक ही तत्व राशि होती है। जैसै मेष, सिंह, धनु को अग्नि राशि, वृषभ, कन्या, मकर को पृथ्वी राशि, मिथुन, तुला, कुंभ को वायु राशि और कर्क वृश्चिक मीन को जल राशि माना जाता है, ऐसे में जब एक ही तत्व वाली दो राशियों में 2 ग्रह पहुंचकर 120 डिग्री का कोण, जिसे नक्षत्र के द्वारा भी जान सकते हैं, तो नवपंचम राजयोग बनता है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)





