Navpancham Rajyog 2025 : ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों, कुंडली और नक्षत्र का बड़ा महत्व माना जाता है। हर महीने कोई ना कोई ग्रह राशि परिवर्तन करता है, ऐसे में दो ग्रहों के एक राशि में आने से योग अथवा राजयोग का निर्माण होता है। इसी क्रम में आज 8 मार्च को ग्रहों के सेनापति मंगल और ग्रहों के राजा सूर्य मिलकर नवपंचम राजयोग बनाने जा रहे है, क्योंकि दोनों ग्रह एक दूसरे से 120 डिग्री पर रहेंगे।
ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को आत्मा, पिता, मान-सम्मान, प्रतिष्ठा और ऊर्जा का कारक माना जाता है वे हर माह राशि बदलते है। वर्तमान में सूर्य कुंभ राशि में विराजमान है। मंगल ग्रह को भूमि, साहस, वीरता का कारक माना जाता है,वे हर 45 दिन में राशि बदलते है।फिलहाल मंगल मिथुन राशि में विराजमान है, ऐसे में आज शनिवार को सूर्य मंगल एक-दूसरे से 120 डिग्री पर होंगे, जिससे नवपंचम राजयोग का निर्माण होगा जो तीन राशियों के लिए लकी साबित हो सकता है।

3 राशियों के लिए लकी साबित होगा नवपंचम राजयोग
कुंभ राशि: मंगल सूर्य युति और नवपंचम राजयोग का बनना जातकों के लिए लकी साबित हो सकता है।लंबे समय से अटका हुआ पैसा वापस मिल सकता है। मान-सम्मान बढ़ेगा। परिवार के साथ अच्छा वक्त बीतेगा। नई नौकरी की तलाश पूरी हो सकती है।नौकरीपेशा को ट्रांसफर का मौका मिल सकता है। मनोकामना पूरी हो सकती है। जीवनसाथी और परिवार का साथ मिलेगा। भाग्य का पूरा साथ मिलेगा कोर्ट-कचहरी के मामलों में जीत हासिल करेंगे।
सिंह राशि: मंगल सूर्य युति और नवपंचम राजयोग का बनना जातकों के लिए फलदायी सिद्ध हो सकता है। लंबे समय से अटके काम पूरे हो सकते है। परिवार के साथ यात्रा पर जाएंगे। बिजनेस में लाभ के अवसर बन रहे हैं। वैवाहिक जीवन में मधुरता बनी रहेगी।लंबे समय से अटकी हुई कई इच्छाएं पूरी हो सकती है। भौतिक सुखों की प्राप्ति हो सकती है। पुराने निवेश से लाभ मिलने की उम्मीद है।आय में वृद्धि हो सकती है।नौकरीपेशा को वेतनवृद्धि और प्रमोशन का तोहफा मिल सकता है।
मीन राशि: सूर्य मंगल की युति और नवपंचम राजयोग का जातकों पर बड़ा असर देखने को मिल सकता है।नौकरी के नए अवसर मिल सकते है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। व्यापार में बड़ा मुनाफा मिल सकता है। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। नया काम शुरू करने के लिए समय उत्तम है। व्यापार में उन्नति के नए अवसर खुलेंगे। भाई बहनों से आपके रिश्ते बेहतर रहेंगे। स्वास्थ्य समस्याएं समाप्त होंगी।
जानिए नवपंचम राजयोग कब बनता है कुंडली में
- ज्योतिष के मुताबिक, नवपंचम राजयोग तब बनता है जब दो ग्रह एक दूसरे से त्रिकोण भाव में स्थित हो जाते हैं। दोनों ग्रहों के बीच 120 डिग्री का कोण बनता है तथा एक ही तत्व राशि होती है।
- जैसै मेष, सिंह, धनु को अग्नि राशि, वृषभ, कन्या, मकर को पृथ्वी राशि, मिथुन, तुला, कुंभ को वायु राशि और कर्क वृश्चिक मीन को जल राशि माना जाता है, ऐसे में जब एक ही तत्व वाली दो राशियों में 2 ग्रह पहुंचकर 120 डिग्री का कोण, जिसे नक्षत्र के द्वारा भी जान सकते हैं, तो नवपंचम राजयोग बनता है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)