Shani Shukra Yuti : ज्योतिष शास्त्र में न्याय व दंड के देवता शनि और दैत्यों के गुरू शुक्र ग्रह की भूमिका बेहद अहम होती है। शनि सभी ग्रहों में सबसे मंद गति से चलने वाले ग्रह हैं, जिन्हें एक से दूसरी राशि में जाने के लिए करीब 2.5 वर्ष का समय लगता हैं, इसलिए एक ही राशि में दोबारा आने में शनि को 30 साल लग जाते है। शुक्र ग्रह को संपत्ति, ऐश्वर्या, वैभव का कारक माना जाता है,वे हर माह राशि बदलते है।
वर्तमान में शनि मीन राशि में विराजमान है और सुख वैभव एश्वर्य और संपत्ति के कारक शुक्र मेष में स्थित है, ऐसे में आज 22 जून को दोनों ग्रह 45 डिग्री का कोण बनाने जा रहे हैं , जिसे अर्धकेंद्र योग कहा जाता है। इस विशेष योग का प्रभाव कुछ राशियों के लिए बहुत शुभ रहने वाला है आईए जानते है कौन सी है वो लकी राशियां………
शनि-शुक्र का अर्धकेंद्र योग 3 राशियों के लिए लकी
मेष राशि पर प्रभाव :
शनि-शुक्र अर्धकेंद्र योग जातकों के लिए अनुकूल साबित हो सकता है। हर काम में सफलता पाएंगे। यात्रा के कई मौके मिल सकते हैं। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा ।परिवार के साथ मिलकर समय बिताने का अवसर मिलेगा । व्यवसाय में मुनाफा मिल सकता है, अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे। नौकरी में प्रमोशन के साथ पदोन्नति का तोहफा मिल सकता है। लंबी समय से चली आ रही परेशानियां दूर होंगी।
वृषभ राशि पर प्रभाव :
शनि-शुक्र का अर्धकेंद्र जातकों के लिए भी यह योग फलदायी साबित होगा। नौकरीपेशा को पदोन्नति या वेतन वृद्धि का तोहफा मिल सकता हैं।काम की तारीफ होगी और उच्च अधिकारियों से संबंध मजबूत होंगे । लंबे समय से चल रही समस्याएं खत्म होंगी। संतान संबंधी परेशानियां दूर होंगी और इच्छाएं पूरी होंगी। परिवार का पूरा सहयोग मिलेगा। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा धन की कमी से निजात मिलेगी।
मकर राशि पर प्रभाव :
शनि शुक्र की युति जातकों के लिए शुभ साबित हो सकती है । वैवाहिक जीवन सुखद और मधुर रहेगा।अविवाहितों के लिए विवाह के प्रस्ताव आ सकते हैं। नौकरीपेशा को नए अवसर मिल सकते है। कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। परिवार के साथ चल रही अनबन समाप्त हो सकती है।अटके रूके कामों को गति मिल सकती है। भाग्य का साथ मिलेगा।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)





