Mahalaxmi Rajyog 2025 : हर ग्रह एक निश्चित समय अंतराल के बाद एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते है इस दौरान एक राशि में एक या एक से अधिक ग्रह के साथ आने से कई तरह के योग और राजयोग बनते हैं। इसी कड़ी में अब एक बार फिर ग्रहों के सेनापति मंगल और मन के कारक चन्द्रमा मिलकर 6 अप्रैल को कर्क राशि में महालक्ष्मी राजयोग बनाने जा रहे है।
ज्योतिष में मंगल ग्रह को साहस, शक्ति और ऊर्जा का कारक माना गया है, वे हर 45 दिन में राशि बदलते रहते हैं। चन्द्रमा सबसे तेज गति से चलने वाले ग्रह है और हर ढ़ाई दिन में राशि बदलते है। वर्तमान में ग्रहों के सेनापति मंगल कर्क में स्थित है। मन के कारक चन्द्रमा भी 5 अप्रैल की रात को कर्क राशि में गोचर करेंगे ,जिससे चैत्र नवरात्रि में कर्क राशि में मंगल चंद्रमा की युति से महालक्ष्मी राजयोग बनेगा, जिसका प्रभाव 8 अप्रैल तक रहेगा।

3 राशियों के लिए भाग्यशाली महालक्ष्मी राजयोग
कन्या राशि : जातकों के लिए महालक्ष्मी राजयोग फलदायी सिद्ध हो सकता है। मां लक्ष्मी की कृपा से धन दौलत में बढ़ोतरी होगी। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। लंबे समय से रुके अटके काम पूरे हो सकते है। करियर में सफलता हासिल करेंगे। आय के स्त्रोत बढ़ेंगे। विदेश यात्रा पर जा सकते हैं। मनोकामना पूरी हो सकती है। स्वास्थ्य में भी सुधार होगा ।निवेश से लाभ हो सकता है।
तुला राशि : मंगल चंद्रमा की युति और महालक्ष्मी राजयोग जातकों के लिए फलदायी साबित हो सकता है। नौकरीपेशा को पदोन्नति के साथ वेतन वृद्धि का लाभ मिल सकते हैं।मां लक्ष्मी की कृपा बरसेगी। समाज में मान और सम्मान बढ़ सकेगा। करियर में प्रमोशन या नए प्रोजेक्ट्स की शुरुआत हो सकती है। विवाह का प्रस्ताव आ सकता है।समाज में मान प्रतिष्ठा बढ़ेगी। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को सफलता मिल सकती है। लंबे समय से रुके काम पूरे हो सकते हैं ।
वृश्चिक राशि: मंगल चन्द्र युति व महालक्ष्मी राजयोग जातकों के लिए सकारात्मक साबित हो सकता है।भाग्य का साथ मिलेगा। कारोबार के चलते देश- विदेश में यात्रा कर सकते हैं। किसी धार्मिक या मांगलिक कार्यक्रम में भी शामिल हो सकते हैं। करियर में नई सफलता मिलेगी। प्रतियोगी छात्रों को किसी परीक्षा में सफलता मिल सकती है।मां लक्ष्मी की कृपा बरसेगी।
मकर राशि : चंद्रमा- मंगल की युति और महालक्ष्मी राजयोग जातकों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। काम- कारोबार में अच्छी तरक्की मिल सकती है। हर क्षेत्र में अपार सफलता हासिल हो सकती है। अविवाहितों को शादी का प्रस्ताव मिल सकता है। जीवनसाथी के साथ चली आ रही समस्याएं समाप्त हो सकती है । परिवार के साथ अच्छा वक्त बीतेगा। व्यापार में मुनाफा और नई डील मिलने के प्रबल संकेत है। परिवार के साथ अच्छा वक्त बीतेगा। इसके साथ ही व्यापार में भी खूब लाभ मिलने वाला है।
क्या होता है Mahalaxmi Rajyog
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, लग्न कुंडली में जब मंगल और चंद्रमा एक साथ विराजमान हो तो महालक्ष्मी योग का निर्माण होता है। मंगल और चंद्रमा की युति जब कुंडली में द्वितीय, नवम, दशम और एकादश भाव में हो रही हो तब अपार धन लाभ देता है।ज्योतिष में इस योग को बेहद शक्तिशाली माना जाता है। महालक्ष्मी योग से धन, दौलत, सुख, समृद्धि, और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है और माता लक्ष्मी हमेशा कृपा बरसाती हैं। समाज में मान-सम्मान मिलता है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)