हम सभी की कुंडली में नौ ग्रह विराजित होते हैं, जिनकी चाल में समय-समय पर परिवर्तन आता है। यह परिवर्तन कभी अच्छा तो कभी बुरे परिणाम देने लगता है। राहु-केतु ऐसे ग्रह है जिन्हें छाया ग्रह के नाम से पहचाना जाता है। इनकी चाल हमेशा वक्री यानी की उल्टी दिशा में होती है। अगर यह अशुभ फल देने लगे हैं तो जीवन में कई सारी परेशानियां उत्पन्न हो जाती है।
राहु एक ऐसा ग्रह है जो अगर अनुकूल न हो तो व्यक्ति को बर्बाद भी कर सकता है। हालांकि, अगर यह शुभ परिणाम देता है तो व्यक्ति को घर, समाज, व्यापार, राजनीति लगभग हर क्षेत्र में मान सम्मान और ध्यान देता है। इसका प्रभाव इतना ज्यादा जबरदस्त होता है कि एक ही रात में किस्मत को बदल सकता है। आज हम आपको राहु की महादशा के बारे में जानकारी देते हैं।

राहु की महादशा
ज्योतिष की माने तो राहु की महादशा का क्रम 18 सालों तक चलता है। इस दौरान अलग-अलग ग्रहों की अंतर्दशाएं भी देखने को मिलती हैं और अलग-अलग फल प्राप्त होते हैं। जिस व्यक्ति की कुंडली में राहु की स्थिति अशुभ है। वह मानसिक तनाव, आर्थिक संकट, भ्रम, धोखा और मानसिक तनाव का सामना करता है। वहीं अगर यह शुभ स्थान पर हो तो व्यक्ति की किस्मत बदलकर रख देता है। शुभ स्थान का राहु खूब दौलत, शोहरत, सफलता, विलासिता देने का काम करता है। चलिए जान लेते हैं कि किन राशियों के लिए यह शुभ होता है।
सिंह राशि
यह राहु की पसंदीदा राशि है क्योंकि इसका तत्व अग्नि है। इस राशि के लोगों में नेतृत्व, प्रतिष्ठा और आत्मविश्वास देखने को मिलता है। जब राहु की महादशा इनके लिए शुभ स्थिति में होती है। तब इन्हें राजनीति, मीडिया, अभिनय, प्रशासन और बड़े स्तर के प्रोजेक्ट सफलता देते हैं। इन्हें अचानक नए मौके मिलने लगते हैं और नई जिम्मेदारियां भी कंधों पर आ जाती है। इनका सामाजिक दायरा बढ़ता है और यह अपनी छवि से लोगों को प्रभावित करते हैं। राहु इन्हें फिर से अलग पहचान देने का काम करता है। इन्हें रातों-रात प्रसिद्धि और समृद्धि की प्राप्ति होने लगती है।
वृश्चिक राशि
यह भी राहु की प्रिय राशियों में से एक है। यह जल तत्व की राशि है जो आत्म चिंतन, परिवर्तन और गहराई से जुड़ी है। राहु जब इस राशि में आता है तो व्यक्ति की आंतरिक शक्ति को बाहर लाने का काम करता है। इसकी शुभ स्थिति व्यक्ति के जीवन में गहरे बदलाव लाती है और उसे पैसा, सफलता और नाम मिलता है। राहु की महादशा इन राशियों का संघर्ष खत्म करती है और यह सफलता प्राप्त करते हैं। इनके रिस्क लेने की क्षमता बढ़ जाती है। यह लोग गूढ़ और आध्यात्मिक विषयों में रुचि लेते हैं। यह समय इन लोगों के लिए आत्म विकास, बदलाव और विस्तार लेकर आता है।
करें ये उपाय
- जिन लोगों की कुंडली में राहु की महादशा अशुभ प्रभाव दे रही है वह कुछ सरल उपाय अपना सकते हैं। सबसे आसान उपाय भगवान शिव की उपासना और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना है।
- इसके अलावा शनिवार के दिन बहते जल में नारियल प्रवाहित करें और काले कुत्ते को रोटी खिलाएं।
- गरीबों को दान जरूर दें, बुजुर्गों की सेवा करें। योग और व्यायाम पर ध्यान दें ताकि तनाव से दूर रहें।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।