श्रावण (Sawan 2025) का महीना चल रहा है, जिसे हिंदू धर्म में बहुत अधिक महत्व दिया गया है। भोलेनाथ से जुड़ा यह महीना व्यक्ति के जीवन में समृद्धि खुशहाली और तरक्की लेकर आता है। ऐसा कहा जाता है कि इस महीने में जो व्यक्ति भोलेनाथ की पूजन अर्चन कर लेता है उसके सारे दुख दूर हो जाते हैं। बताया जाता है कि देवताओं और असुरों के बीच जो समुद्र मंथन हुआ था वह सावन के महीने में ही किया गया था।
समुद्र मंथन देवताओं और असुरों के बीच हुआ एक ऐसा मंथन है जिसमें से कुल 14 रत्न बाहर आए थे। इसमें माता लक्ष्मी से लेकर ऐरावत हाथी, भगवान धनवंतरी, विष और अमृत भी शामिल है। आज हम आपको कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में बताते हैं, जिन्हें अगर सावन के महीने में घर लाया जाए तो सोई हुई तकदीर को जगाया जा सकता है।
पारिजात का फूल
पारिजात का फूल समुद्र मंथन के दौरान ही बाहर आया था। इसका भगवान शिव से गहरा संबंध बताया जाता है। यह पुष्प भोलेनाथ को बहुत प्रिय है। ये रात को खिलता है और सुबह गिर जाता है। अगर इसे भोलेनाथ को अर्पित किया जाए तो सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। सुपर नियमों की प्राप्ति के लिए सावन के महीने में स्कूल का पौधा घर में लाया जा सकता है।
ऐरावत हाथी
ऐरावत हाथी समुद्र मंथन से बाहर आया था जो देवताओं के राजा इंद्रदेव का वाहन है। अगर आप अपनी मनोकामनाएं पूरी करना चाहते हैं और आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो पत्थर या फिर क्रिस्टल का ऐरावत हाथी अपने घर में जरूर लाएं। इसे समृद्धि के प्रतीक के रूप में अपने घर में स्थापित करें।
अमृत कलश
जब समुद्र मंथन हुआ था तब भगवान धन्वंतरि अपने हाथों में अमृत कलश लेकर बाहर निकले थे। इस अमृत का पान करने के लिए देता हूं के बीच लंबे समय तक खींचतान भी हुई थी। अंत में भगवान विष्णु की लीला से अमृत देवताओं को मिला था। अमृत कलश तो मिलना नामुमकिन है लेकिन इसके प्रतीक के रूप में आप अपने घर में एक कलश स्थापित कर सकते हैं। शुभ काम की शुरुआत करने से पहले वैसे भी कलश स्थापना का महत्व माना गया है। इससे मुसीबतें नहीं आती और रोग दूर रहते हैं।
माता लक्ष्मी की प्रतिमा
समृद्धि, धन और वैभव की देवी माता लक्ष्मी समुद्र मंथन से ही निकली थी। इस महीने में आप माता लक्ष्मी की प्रतिमा या फिर तस्वीर घर में लाकर स्थापित कर सकते हैं। ऐसा करने से आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगेगी। धन प्राप्त होगा और सुख समृद्धि बढ़ जाएगी।
पांचजन्य शंख
हिंदू धर्म में पूजन पाठ के दौरान शंख का विशेष महत्व माना गया है। 14 रत्नों में से एक पांचजन्य शंख भी है, जो भगवान विष्णु के हाथों में दिखाई देता है। सावन में आप इसे अपने घर के मंदिर में जरूर रखें।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।





