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Fri, Dec 19, 2025

सावन में ब्रह्म मुहूर्त में करें ये 3 उपाय, धन और वैभव से भर जाएगा जीवन

Written by:Diksha Bhanupriy
Published:
सावन के महीने में शिव जी की आराधना विशेष फलदायक होती है। चलिए हम आपको ब्रह्म मुहूर्त में किए जाने वाले कुछ उपाय बताते हैं, जो शुभ परिणाम देंगे।
सावन में ब्रह्म मुहूर्त में करें ये 3 उपाय, धन और वैभव से भर जाएगा जीवन

सावन (Sawan 2025) के महीने का हिंदू धर्म में बहुत अधिक महत्व माना गया है। यह एक ऐसा समय है जिसमें भगवान शिव की पूजन पाठ करने का विशेष महत्व माना गया है। जो व्यक्ति इस महीने में भोलेनाथ की पूजन पाठ करता है। उसकी हर मनोकामना पूरी हो जाती है और सारे संकट दूर हो जाते हैं।

वैसे तो भोलेनाथ की पूजन हर समय लाभकारी है लेकिन सावन में इसका विशेष महत्व है। अगर ब्रह्म मुहूर्त के समय कुछ खास उपाय कर लिया जाए तो लाभदायक परिणाम हासिल किए जा सकते हैं। ब्रह्म मुहूर्त को वैसे भी बहुत शुभ माना गया है।

सावन और ब्रह्म मुहूर्त  

सावन के महीने का हिंदू धर्म में जितना महत्व उतना ही खास ब्रह्म मुहूर्त को भी माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि इस समय देवी देवता धरती पर आते हैं। इस समय अगर पूजन-पाठ, जप-तप, आराधना की जाती है तो शुभ परिणाम की प्राप्ति होती है।

कब होता है ब्रह्म मुहूर्त

ब्रह्म मुहूर्त का समय सुबह 4 बजे से 5:30 बजे के बीच बताया जाता है। इस दौरान वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। यह सकारात्मक ऊर्जा हमें जीवन की नई दिशा देने में काम करती है। चलिए आपको बता देते हैं कि सावन के महीने में ब्रह्म मुहूर्त में आपको क्या उपाय करने हैं।

देखें हथेली

ऐसा कहा जाता है कि हमारी हथेली के अग्र भाग में माता लक्ष्मी वास करती हैं। सुबह उठकर ब्रह्म मुहूर्त में अपने हथेलियां को जरूर देखें इससे सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। जब व्यक्ति यह उपाय करता है उस पर हमेशा माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। इन लोगों को कभी भी आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ता।

ईष्ट की आराधना

जो व्यक्ति ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान कर योग मुद्रा में बैठकर ईष्ट की आराधना करता है, उसे विशेष फल प्राप्त होते हैं। इष्ट की आराधना करते हुए हाथों में गंगाजल लें और अपनी मनोकामना बोलें। ऐसा करने से आपकी सारी इच्छाएं पूरी हो जाएगी।

मंत्रों का जाप

जो व्यक्ति गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करता है, उसे शुभ परिणाम मिलते हैं। गायत्री मंत्र मन को शांत रखने का काम करता है और महामृत्युंजय मंत्र से अकाल मृत्यु का संकट टलता है। इन दोनों मंत्रों के जाप से आप संकटों से मुक्ति हासिल कर सकते हैं।

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।