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Sat, Dec 20, 2025

शुक्र के नक्षत्र में पहुंचे केतु, 100 साल बाद बना दुर्लभ संयोग, इन 3 राशियों का गोल्डन टाइम शुरू, खुलेगा धन का पिटारा, भाग्य देगा साथ

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शुक्र के नक्षत्र में केतु प्रवेश कर चुके हैं। यहाँ लंबे समय तक संचरण करेंगे। कई राशियों के लिए सफलता के द्वार खुलेंगे। आइए जानें किन लोगों को किस्मत का साथ मिलेगा?
शुक्र के नक्षत्र में पहुंचे केतु, 100 साल बाद बना दुर्लभ संयोग, इन 3 राशियों का गोल्डन टाइम शुरू, खुलेगा धन का पिटारा, भाग्य देगा साथ

शुक्र शुभ ग्रहों में से एक हैं। धन-समृद्धि में वृद्धि के जिम्मेदार हैं। वहीं केतु मायावी ग्रह माना जाता है। व्यक्ति के जीवन शुभ और अशुभ दोनों तरह का प्रभाव डालता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में दोनों ग्रहों को एक-दूसरे का मित्र माना जाता है। केतु ने 6 जुलाई को अपनी चाल बदली है। पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में गोचर कर चुके हैं, जिसपर दैत्यों के गुरु शुक्र का शासन है।

शुक्र के नक्षत्र (Shukra Nakshatra) में केतु के प्रवेश से सभी राशियों का जीवन प्रभावित होगा। कुछ के लिए तो यह समय किसी वरदान से कम नहीं रहेगा। धनलाभ में वृद्धि के योग बनेंगे। अटके हुए काम पूरे होंगे। आर्थिक तंगी भी दूर होगी। इस लिस्ट में मिथुन समेत कई राशियाँ शामिल हैं। आइए जानें यह समय किन लोगों के लिए शुभ रहेगा और उनके जीवन में क्या-क्या बदलाव होगा?

इन राशियों पर बरसेगा धन

वृषभ राशि:- वृषभ राशि के जातकों के लिए यह समय लाभकारी सिद्ध होगा। सफलता के प्रबल योग बन रहे हैं। आत्मविश्वास और ऊर्जा में वृद्धि होगी। आप मुश्किलों का सामना करने और कोई भी कम समय पर पूरा करने में सक्षम होंगे। शत्रु पर विजय प्राप्त होगी। कार्य क्षेत्र में सम्मान बढ़ेगा। आपके काम की तारीफ होगी। सेहत को इस दौरान लाभ होगा। बीमारियों से छुटकारा मिलेगा।

कुंभ राशि:- इस राशि के जातकों को भी इस दौरान भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी। आपका व्यक्तित्व आकर्षक होगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। ट्रेड और बिजनेस से जुड़े लोगों को इस दौरान फायदा होगा। वेतन में वृद्धि होगी। प्रमोशन मिल सकता है।

मेष राशि:- मेष राशि के जातकों के लिए भी यह समय शुभ रहेगा। किस्मत आपका साथ देगी। हर कार्य में सफलता मिलेगी। यदि कोई नया बिजनेस शुरू करने की प्लानिंग कर रहे हैं तो यह समय शुभ रहेगा। कार्य क्षेत्र में वरिष्ठ अधिकारियों और सहकर्मियों के साथ आपके संबंध अच्छे होंगे। करियर में नए मौके मिल सकते हैं। कारोबार का भी विस्तार होगा। धन-धान्य में वृद्धि होगी। इस दौरान ओपल धारण करना लाभदायक साबित होगा।

100 साल बाद बना अद्भुत संयोग 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार करीब 100 वर्षों बाद केतु (Ketu) और सूर्य ने एक साथ नक्षत्र परिवर्तन किया है। ग्रहों के राजा सूर्यदेव  20 जुलाई तक पुनर्वसु नक्षत्र में विराजमान रहेंगे। वहीं केतु शुक्र के नक्षत्र पूर्वाफाल्गुनी में उल्टी चाल चलते हुए एक पद से निकल दूसरे पद में गोचर करेंगे। यह प्रक्रिया 2026 में भी जारी रहेगी।

पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र का महत्व 

वैदिक ज्योतिष शास्त्र में पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र का बेहद ही खास महत्व होता है। इसपर असुरों के गुरु और धन के दाता शुक्र (Venus) का स्वामित्व होता है। यह नक्षत्र सिंह राशि में आता है। इस सफलता के साथ-साथ विनाश का प्रतीक भी माना जाता है। इसमें जन्मे लोग अपनी जिम्मेदारियां को सही समय पर पूरा करने में यकीन रखते हैं। महत्वाकांक्षी और चतुर होते हैं।

(अस्वीकरण: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है। यह ग्रंथों, पंचांग, ज्योतिष गणना, मान्यताओं और अन्य माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News भविष्यवाणियों की गारंटी नहीं लेता। इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि भी नहीं करता। विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें।)