शुक्र और गुरु दोनों ही ज्योतिष शास्त्र के महत्वपूर्ण ग्रह हैं। इन्हें एक दूसरे का शत्रु माना जाता है। जहां शुक्र (Shukra) असुरों के गुरु है, वहीं बृहस्पति को देवताओं का गुरु माना जाता है। इनकी युति अक्सर जातकों के लिए हानिकारक रहती है। हालांकि कुछ लोगों पर इसका शुभ प्रभाव भी पड़ता है। धन के दाता शुक्र विशाखा नक्षत्र में प्रवेश करके कई राशियों के लिए सफलता के द्वारा खोलेंगे। इस नक्षत्र का स्वामित्व बृहस्पति को प्राप्त है।
यह संयोग नवंबर में बनने जा रहा है। शुक्र विशाखा नक्षत्र में 12 दिनों तक विराजमान रहेंगे। इसके बाद शनि के नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। यह समय कई राशियों के लिए अत्यंत की शुभ माना जाएगा। सफलता और सुख-समृद्धि के द्वारा खुलेंगे। आइए जानें किन लोगों पर वैभव के दाता शुक्र की कृपा बरसने वाली है?
विशाखा नक्षत्र का महत्व (Shukra Gochar)
ज्योतिष शास्त्र में कुल 27 नक्षत्र है। 16वां नक्षत्र “विशाखा” है, इसके स्वामी गुरु हैं। लेकिन इसका इंद्र और अग्नि को माना जाता है। यह नक्षत्र तुला और वृषभ दोनों ही राशियों में फैला हुआ है। तीन चरण तुला राशि और आखिरी चरण वृश्चिक राशि में आता है। इस नक्षत्र में जन्मे लोग मेहनती होते हैं। धार्मिक कार्यों में रुचि रखते हैं। कला और क्रिएटिव चीजों में रुचि रखते हैं। एक बार जो ठान लें उसे पूरा करने की क्षमता भी रखते हैं। कोशिश करते हैं कि किसी भी काम में कोई गलती ना हो।
इन राशियों पर शुक्र की कृपा बरसेगी
वृषभ राशि:- वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र की यह चाल बेहद ही लाभकारी साबित होगी। आय में बढ़ोत्तरी होगी। मेहनत का फल मिल सकता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त होंगे। सैलरी में वृद्धि होगी। प्रमोशन मिलने के योग भी बन रहे हैं। सही समय पर आप काम निपटा पाएंगे। वैवाहिक जीवन भी सुखमय होगा।
कन्या राशि:- कन्या राशि के जातकों को आर्थिक लाभ होने वाला है। अटका हुआ पैसा वापस मिल सकता है। भाग्य आपका पूरा साथ देगा। आप धन संचय करने में सफल होंगे। घर-परिवार में शुभ और मांगलिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। लोन से छुटकारा मिलेगा। कार्य क्षेत्र में आपके संबंध सहकर्मियों के साथ अच्छे होंगे। भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी।
कुंभ राशि:- कुंभ राशि के जातकों के लिए भी यह समय अनुकूल रहेगा। तरक्की के योग बन रहे हैं। दोस्तों और परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत करने का अवसर मिलेगा। धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों में रुझान बढ़ेगा। छात्रों को विदेश जाकर पढ़ने का मौका मिल सकता है। नौकरी की तलाश भी पूरी होगी। चैरिटी के लिए यह समय अत्यंत ही शुभ है अटके हुए काम संपन्न होंगे। बैंक बैलेंस भी बढ़ेगा।
(अस्वीकरण: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है। यह ज्योतिष गणना, मान्यता, पंचांग, ग्रंथों और अन्य माध्यमों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग न्यूज भविष्यवाणियों की पुष्टि नहीं करता। इसके आधार पर कोई फैसला लेने की सलाह नहीं देता। विशेषज्ञों से सलाह ले सकते हैं।)





