ये 3 बड़े राजयोग पलटेंगे 4 राशियों का भाग्य! अप्रैल तक गोल्डन टाइम, पद-पैसा और प्रतिष्ठा के प्रबल संकेत

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आदित्य का मतलब सूर्य से होता है इस तरह से जब कुंडली में सूर्य और बुध दोनों ग्रह एक साथ मौजूद हों तो बुधादित्य राजयोग बनता है।जब कुंडली में सूर्य और शुक्र एक राशि में विराजमान होते है तो शुक्रादित्य राजयोग का निर्माण होता है।

Pooja Khodani
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Rajyog 2025 : हर ग्रह एक निश्चित अवधि के बाद एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है। इस दौरान एक राशि में दो या दो अधिक ग्रहों के आने से युति, संयोग और राजयोग का निर्माण होता है। इसी क्रम में रंगपंचमी पर ग्रहों के राजकुमार बुध , ग्रहों के राजा सूर्य और दैत्यों के गुरू ने गुरू की राशि मीन में युति 3 बड़े राजयोग बनाए है। इनमें शुक्रादित्य, लक्ष्मीनारायण बुधादित्य राजयोग शामिल है।

ज्योतिष के अनुसार , वर्तमान में आत्मा पिता के कारक सूर्य, बुद्धि, मित्रता, ज्ञान के कारक बुध और ऐश्वर्य वैभव और विलासित के कारक शुक्र मीन राशि में विराजमान है। मीन में सूर्य बुध की युति से बुधादित्य, सूर्य शुक्र की युति से शुक्रादित्य और शुक्र बुध की युति से लक्ष्मी नारायण राजयोग का निर्माण हुआ है। रंगपंचमी पर 50 साल बने इन 3 राजयोग का 4 राशियों को बेहद लाभ मिलने वाला है। आईए जानते है कौन सी है वो लकी राशियां…..

राजयोग का राशियों पर असर

मकर राशि: एक साथ बड़े राजयोग का बनना जातकों के लिए फलदायी साबित हो सकता है। भाग्य का साथ मिलेगा अचानक धन लाभ मिलने के योग है। नौकरीपेशा को पदोन्नति वेतनवृद्धि के साथ नए अवसर मिल सकते है। आर्थिक लाभ मिलेगा। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। सरकारी या प्रशासनिक क्षेत्रों में आपको कोई खास अवसर देखने को मिलेगा।कारोबारियों को व्यापार में नए अवसर मिलेंगे।

वृषभ राशि: 3 राजयोग का बनना जातकों के लिए शुभ साबित हो सकता है। आय में जबरदस्त वृद्धि हो सकती है।संतान से जुड़ी कोई गुड न्यूज मिल सकती है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। आपकी इच्छाओं की पूर्ति होगी। करियर में नए अवसर मिल सकते है। कारोबारी वर्ग कोई बड़ी व्यवसायिक डील पर साइन कर सकते हैं।अटके और रुके कामों को गति मिलेगी।नौकरीपेशा को नए अवसर मिल सकते है। इंवेस्टमेंट या प्रॉपर्टी से जुड़े फैसले आपको लाभ दिला सकते है। शेयर बाजार, सट्टा और लॉटरी में लाभ हो सकता है।

मिथुन राशि : जातकों के लिए 3 राजयोग काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है। परिवार और दोस्तों के साथ अच्छा वक्त बीतेगा। रूके व अटके काम पूरे होंगे।  बेरोजगार लोगों को नौकरी मिल सकती है। नौकरीपेशा को पदोन्नति और इंक्रीमेंट का लाभ मिल सकता है। भाग्य का पूरा साथ मिलेगा।पिता के साथ संबंध अच्छे रहेंगे।पद-प्रतिष्ठा की प्राप्ति हो सकती है।आय के नए स्त्रोत खुलेंगे। स्वास्थ्य अच्छा रहने वाला है।आर्थिक लाभ के संकेत मिल रहे हैं।बिगड़े काम को पूरा कर सकेंगे।

तुला राशि: 3 राजयोग और सूर्य-शुक्र और बुध की युति जातकों के लिए शुभ सिद्ध हो सकता है। हर क्षेत्र में सफलता हासिल हो सकती है। किस्मत का पूरा साथ मिल सकता है। करियर और नौकरी में तरक्की के साथ वेतन में वृद्धि हो सकती है। आय के नए स्त्रोत खुल सकते हैं।काम- कारोबार के संबंध से यात्रा कर सकते हैं। फंसा हुआ धन मिल सकता है।आप कोई वाहन या प्रापर्टी की डील कर सकते हैं। कार्यों में सफलता प्राप्ति के योग है। आर्थिक स्थिति पहले के मुकाबले बेहतर रहेगी। निवेश संबंधित मामलों में आपको अच्छा फल मिलेगा।

जानिए बुधादित्य शुक्रादित्य और लक्ष्मी नारायण राजयोग के बारें में

  • वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आदित्य का मतलब सूर्य से होता है इस तरह से जब कुंडली में सूर्य और बुध दोनों ग्रह एक साथ मौजूद हों तो बुधादित्य राजयोग बनता है। कुंडली में बुध और सूर्य के एक साथ होने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है।
  • जब कुंडली में सूर्य और शुक्र एक राशि में विराजमान होते है तो शुक्रादित्य राजयोग का निर्माण होता है। ज्योतिष में इस राजयोग को बेहद खास माना गया है।इस बार यह राजयोग मीन राशि में बनने जा रहा है।
  • जब किसी भी राशि में बुध और शुक्र ग्रह दोनों एक साथ होते हैं, तो लक्ष्मी नारायण राजयोग का निर्माण होता है।कहते है जिसकी कुंडली में यह योग बनता है उस पर लक्ष्मी जी की कृपा बरसती है, वहां धन धान्य की वर्षा होती है।

(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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