Budhaditya Rajyog 2025 : हर ग्रह एक निश्चित अवधि के बाद एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है। इस दौरान एक राशि में दो या दो अधिक ग्रहों के आने से युति, संयोग और राजयोग का निर्माण होता है। इसी क्रम में अब हनुमान जयंती से पहले ग्रहों के राजा सूर्य, ग्रहों के राजकुमार बुध , दैत्यों के गुरू शुक्र के मीन राशि में आने से 4 बड़े राजयोग का निर्माण हुआ है जो 4 राशियों के लिए शुभ साबित होगा।
ज्योतिष के अनुसार ,वर्तमान में प्रेम, सौंदर्य और सुख के कारक शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में है और 31 मई तक यही रहेंगे। आत्मा पिता के कारक सूर्य भी मीन राशि में स्थित है और 14 अप्रैल को मेष में प्रवेश करेंगे। बुद्धि, मित्रता के कारक बुध भी मीन में विराजमान है और 7 मई को मेष में गोचर करेंगे। ऐसे में शुक्र सूर्य की युति से शुक्रादित्य, बुध सूर्य युति से बुधादित्य, बुध शुक्र युति से लक्ष्मीनारायण और शुक्र के उच्च राशि मीन में आने से मालव्य राजयोग का निर्माण हुआ है।

4 राजयोग चमकाएंगे इन राशियों की किस्मत
वृषभ राशि: एक साथ 4 राजयोग का बनना जातकों के लिए शुभ साबित हो सकता है। आय में वृद्धि हो सकती है।संतान से जुड़ी कोई गुड न्यूज मिल सकती है।नौकरीपेशा को वेतनवृद्धि के साथ पदोन्नति का तोहफा मिल सकता है। करियर में नए अवसर मिल सकते है। निवेश से लाभ मिल सकता है। कारोबारी वर्ग कोई बड़ी व्यवसायिक डील पर साइन कर सकते हैं। शेयर बाजार, सट्टा और लॉटरी में अच्छा धनलाभ हो सकता है। भाग्य का पूरा साथ मिलेगा।जीवनसाथी के साथ रिश्ते मजबूत होंगे ।
मीन राशि : आपकी राशि में 4 मालव्य राजयोग का बनना जातकों के लिए वरदान से कम साबित नहीं होगा।शादीशुदा लोगों का वैवाहिक जीवन शानदार रहेगा। मान- सम्मान की प्राप्ति होगी। अविवाहित के लिए विवाह के प्रस्ताव आ सकते है। व्यापारिक साझेदारी लाभदायक रहेगी। निवेश से अच्छा रिटर्न मिलेगा। नौकरीपेशा को वेतनवृद्धि के साथ पदोन्नति का तोहफा मिल सकता है। पुराने निवेश से अच्छा रिटर्न मिल सकता है। नवविवाहितों के घर नए मेहमानों का आगमन होगा। शादीशुदा लोगों का वैवाहिक जीवन खुशनुमा रहेगा।
मिथुन राशि: जातकों के लिए 4 राजयोग का बनना काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है। परिवार और दोस्तों के साथ अच्छा वक्त बीतेगा। रूके व अटके काम पूरे होंगे। काम- कारोबार में खास तरक्की मिल सकती है। बेरोजगार लोगों को नौकरी मिल सकती है। नौकरीपेशा को पदोन्नति और इंक्रीमेंट का लाभ मिल सकता है। व्यापारियों को अच्छे ऑर्डर मिल सकते है। करियर में प्रमोशन या नए प्रोजेक्ट्स की शुरुआत हो सकती है। विदेश में नौकरी के अवसर मिल सकते है। पिता के साथ संबंध मजबूत होंगे।
कर्क राशि: 4 राजयोग का बनना जातकों के लिए फलदायी सिद्ध हो सकता है। किस्मत का साथ मिल सकता है। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। आप कोई वाहन या प्रापर्टी खरीद सकते हैं। साथ ही काम- कारोबार से संबंधित यात्रा कर सकते हैं। धार्मिक यात्राओं पर जा सकते हैं। जीवनसाथी के साथ रिश्ते और मजबूत होंगे।देश-विदेश की यात्राओं के प्रबल योग है। अटके हुए कार्य फिर से बनना शुरू हो जाएंगे।हर काम में सफलता पाएंगे।
जानिए बुधादित्य/मालव्य/लक्ष्मी नारायण राजयोग के बारें में
बुधादित्य राजयोग: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आदित्य का मतलब सूर्य से होता है इस तरह से जब कुंडली में सूर्य और बुध दोनों ग्रह एक साथ मौजूद हों तो बुधादित्य राजयोग बनता है। वही सूर्य शुक्र साथ हो तो शुक्रादित्य राजयोग बनता है।
मालव्य राजयोग: यह पंच महापुरुष राजयोगों में से एक बेहद महत्वपूर्ण राजयोग है। यह योग जब बनता है तो व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता का मार्ग प्रशस्त होता है। मालव्य राजयोग शुक्र से संबंधित है, जिस भी जातक की कुंडली में शुक्र लग्न से अथवा चन्द्रमा से केन्द्र के घरों में स्थित है अर्थात शुक्र यदि कुंडली में लग्न अथवा चन्द्रमा से 1, 4, 7 अथवा 10वें घर में वृष, तुला अथवा मीन राशि में स्थित है तो कुंडली में मालव्य राजयोग बनता है।
लक्ष्मी नारायण राजयोग: राजयोग का विशेष महत्व बताया गया है, इसे बेहद ही शुभ माना गया है। जब किसी भी राशि में बुध और शुक्र ग्रह दोनों एक साथ होते हैं, तो लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होता है।कहते है जिसकी कुंडली में यह योग बनता है उस पर लक्ष्मी जी की कृपा बरसती है, वहां धन धान्य की वर्षा होती है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)