Budh Shani Conjunction 2025 : ज्योतिष शास्त्र में न्याय व दंड के देवता शनि और ग्रहों के राजकुमार बुध की भूमिका की बेहद अहम मानी जाती है, क्योंकि शनि बुध को एक-दूसरे का मित्र माना जाता है। शनि से एक से दूसरी राशि में जाने के लिए 2.5 वर्ष का समय लेते है वही बुध हर माह राशि व नक्षत्रत बदलते है।इसी क्रम में आज 9 मई को बुध शनि मिलकर द्विद्वादश योग बनने जा रहा है जो कई राशियों के लिए लकी साबित हो सकता है।
ज्योतिष के मुताबिक, वर्तमान में शनि मीन राशि और बुद्धि, ज्ञान और व्यापार के कारक बुध मेष राशि में विराजमान हैं। 9 मई को शनि बुध को एक-दूसरे से 30 डिग्री पर रहेंगे, जिससे द्विद्वादश योग बनेगा, जो 3 राशियों के लिए लकी साबित होगी।आईए जानते है किन राशियों की चमक सकती है किस्मत…

शनि-बुध का शक्तिशाली राजयोग, राशियों पर प्रभाव
कुंभ राशि: बुध शनि का संयोग और द्विद्वादश योग जातकों के लिए शुभ साबित हो सकता है। परेशानियां अब समाप्त हो सकती है, जीवन में खुशियों का आगमन होगा। हर क्षेत्र में अपार सफलता हासिल हो सकती है। आत्मविश्वास से भरपूर रहेंगे। आर्थिक स्थिति अच्छी रहने वाली है। नौकरी और करियर में कोई अच्छी खबर मिल सकती है। निवेश करने से बड़ा लाभ मिलने के योग बनेंगे। बिजनेस में किसी की साझेदारी तरक्की का कारण बनेंगी।
तुला राशि : बुध शनि का द्विद्वादश योग जातकों के लिए काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है।जीवन में लंबे समय से चली आ रही परेशानियां समाप्त हो सकती है।नौकरी में नए अवसर मिल सकते है। आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को खूब लाभ मिल सकता है। प्रॉपर्टी संबंधी मामलों में सफलता हासिल हो सकती है।आय के नए-नए स्त्रोत बन सकते है।भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि हो सकती है।
मकर राशि : बुध शनि का द्विद्वादश योग जातकों के लिए काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है।नौकरीपेशा को वेतनवृद्धि के साथ प्रमोशन क तोहफा मिल सकता है। भौतिक सुख की प्राप्ति हो सकती है। लंबे समय से रुके काम पूरे होंगे । समाज में मान बढ़ेगा। धार्मिक अनुष्ठान में भाग ले सकते हैं। छात्रों के लिए समय अनुकूल रहेगा। हर क्षेत्र में सफलता मिल सकती है। तीर्थ यात्रा करने का मौका मिल सकता है। संतान की तरफ से अच्छी खबर मिल सकती है। परिवार व भाग्य का साथ मिलेगा।
कब बनता है द्विद्वादश योग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब दो ग्रह कुंडली में एक-दूसरे से दूसरे और बारहवें भाव में हो या फिर एक-दूसरे से 30 डिग्री पर होते है, तो द्विद्वादश योग का निर्माण होता है। शनि और बुध को एक-दूसरे का मित्र माना जाता है, ऐसे में ये संयोग बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)