Trigrahi/Grah Gochar 2025: ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, हर एक ग्रह एक निश्चित समय अवधि के बाद राशि परिवर्तन करता है, जिससे योग राजयोग का निर्माण होता है। 2024 की तरह 2025 में भी ग्रहों का महागोचर होने वाला है, जिससे करीब 50 साल बाद गुरू की राशि मीन में त्रिग्रही योग बनेगा। यह योग न्याय दंड के देवता शनि, ग्रहों के राजकुमार बुध और ग्रहों के राजा सूर्य के गोचर बनेगा।
वैदिक पंचांग के अनुसार, 29 मार्च 2025 को न्याय और कर्मफलदाता शनि अपनी स्वराशि कुंभ से निकलकर देवगुरु बृहस्पति की राशि मीन में प्रवेश करेंगे। ग्रहों के राजकुमार बुध 28 फरवरी को मीन राशि में प्रवेश करेंगे।इसी बीच सूर्य भी मीन में गोचर करेंगे, जिससे करीब 50 साल बाद मीन राशि में सूर्य बुध और शनि की युति से त्रिग्रही योग का निर्माण होगा, जो 3 राशियों के लिए बेहद शुभ साबित होने वाला है।
त्रिग्रही योग धनु, मीन और मिथुन राशि के लिए शुभ
धनु राशि : तीन ग्रहों का गोचर और त्रिग्रही योग का बनना जातकों को लाभकारी सिद्ध हो सकता है। भौतिक सुख- सुविधाओं में वृद्धि होगी।धर्म और आध्यात्म की तरफ रूचि बढ़ेगी। वाहन और प्रापर्टी खरीदने का मौका मिल सकता है। आर्थिक स्थिति में अच्छा सुधार होगा। अचानक से कहीं धन की प्राप्ति हो सकती है। आत्मविश्वास में वृद्धि देखने को मिलेगी।
मीन राशि : तीन ग्रहों का गोचर और त्रिग्रही योग जातकों के लिए शुभ सिद्ध हो सकता है। समाज में मान प्रतिष्ठा बढ़ेगी। पार्टनरशिप के काम में लाभ होगा। अविवाहित को विवाह का प्रस्ताव आ सकता है। आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी। दांपत्य जीवन में सुख, शांति और सामंजस्य रहेगा। अटके और रुके कामों को गति मिलेगा। व्यापारियों के लिए भी समय अनुकूल रहेगा।
मिथुन राशि: तीन ग्रहों का गोचर और त्रिग्रही योग जातकों के लिए अनुकूल सिद्ध हो सकता है। बेरोजगार को नई जॉब मिल सकती है। नौकरीपेशा को प्रमोशन और इंक्रीमेंट का लाभ मिल सकता है। कारोबारियों को व्यापार में फायदा और नई डील्स मिल सकती है। करियर के लिए समय अनुकूल रहेगा। पैतृक संपत्ति का लाभ मिल सकता है। पिता के साथ संबंध मजबूत होंगे।
मार्च में सूर्य ग्रहण और शनि गोचर का भी अद्भुत संयोग
मार्च में एक ही दिन शनि गोचर और सूर्य ग्रहण का संयोग भी देखने को मिलेगा। चुंकी वर्तमान में शनि अभी अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में विराजमान हैं और मार्च 2025 में मीन राशि में प्रवेश करेंगे, इस दिन आंशिक सूर्य ग्रहण( Surya Grahan) भी पड़ने वाला है, ऐसे में सूर्य ग्रहण और शनि गोचर का भी प्रभाव देखने को मिलेगा।ज्योतिष में न्याय व दंड के देवता शनि और ग्रहों के राजा सूर्य की भूमिका ज्योतिष में बेहद अहम मानी जाती है।जहां शनि एक राशि से दूसरी राशि में जाने के लिए करीब ढाई वर्ष का समय लेते है, वही सूर्य हर माह एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)