काल सर्प दोष से पाना चाहते हैं मुक्ति? आजमाएं ये 5 रामबाण उपाय

कुंडली में मौजूद ग्रह नक्षत्र कई बार हमें दोष का भागी बना देते हैं। काल सर्प दोष भी हमारे जीवन में अशुभ प्रभाव लेकर आता है। हालांकि, कुछ उपायों से इसका निवारण किया जा सकता है।

Diksha Bhanupriy
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हर व्यक्ति की कुंडली में विराजित 9 ग्रह उसके जीवन के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। समय-समय पर इन ग्रहों की चाल में परिवर्तन आता है, जो जीवन में भी बदलाव लेकर आता है। इन बदलावों का सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही तरह का प्रभाव जीवन पर पड़ सकता है।

दरअसल, व्यक्ति के जन्म के समय कुंडली में ग्रहों की जो स्थिति रहती है, वो उसके जीवन और भविष्य को निर्धारित करती है। कई बार ग्रहों के कारण व्यक्ति किसी न किसी दोष का भागी बन जाता है। इन दोषों को वजह से उसे जीवन में काफी परेशानी आती है। काल सर्प दोष भी एक ऐसी चीज है, जो व्यक्ति को जीवन भर परेशान करती है।

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क्या है काल सर्प दोष (Kaal Sarp Dosh)

किसी भी व्यक्ति को जन्म के समय जब राहु केतु आमने-सामने होते हैं तो बाकी के 7 ग्रह भी राहु केतु के एक तरफ आ जाते हैं। जब यह स्थिति निर्मित होती है उसे काल सर्प दोष कहा जाता है। इसे काफी अशुभ माना गया है क्योंकि इससे जीवन में कठिनाई आती है। चलिए इसके निवारण के उपाय जान लेते हैं।

पूजा से करें निवारण

अगर कुंडली में काल सर्प दोष है तो जीवन के हर क्षेत्र में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इससे न व्यक्ति का करियर बेहतर ढंग से चल पाता है और ना ही उसका विवाह समय पर होता है। ऐसे में काल सर्प दोष निवारण की पूजा होती है, जिससे इस दोष से मुक्ति पाई जा सकती है।

माता दुर्गा की आराधना

जो व्यक्ति इस दोष से छुटकारा पाना चाहता है, उसे माता दुर्गा की आराधना जरूर करनी चाहिए। माता की आराधना के साथ अगर यह गणेश जी की पूजन करते हैं तो दोष के अशुभ प्रभाव से छुटकारा मिलता है।

अग्नि अनुष्ठान

काल सर्प दोष और उसके बुरे प्रभाव से मुक्ति पाना चाहते हैं तो मंगलवार के दिन राहु केतु के लिए अग्नि अनुष्ठान जरूर करें। इस अनुष्ठान से दोष के अशुभ प्रभाव खत्म होने लगते हैं।

हनुमान चालीसा का पाठ

हनुमान जी संकट मोचन कहे जाते हैं और जीवन में आने वाले हर कष्ट को हर लेते हैं। काल सर्प दोष से पीड़ित व्यक्ति अगर हनुमान चालीसा का पाठ करता है तो उसे संकटों से मुक्ति मिलती है।

दुर्गा चालीसा

माता दुर्गा की आराधना करने के साथ अगर व्यक्ति दुर्गा चालीसा का पाठ करता है तो भी उसे शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं। दुर्गा चालीसा के प्रभाव से जीवन में आने वाले संकट समाप्त होने लगते हैं।

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।


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"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

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