लखनऊ समेत उत्तर भारत के कई शहरों में बड़ा मंगल का उत्सव किसी पर्व से कम नहीं होता। मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़, भंडारों की व्यवस्था, हनुमान चालीसा के पाठ और घंटा-घड़ियाल की गूंज से पूरा माहौल भक्तिमय हो जाता है। लोग हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए विशेष भोग अर्पित करते हैं और मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना करते हैं।
इस साल 3 जून 2025 को चौथा और आखिरी बड़ा मंगल पड़ रहा है, जिसे लेकर भक्तों में खास उत्साह है। मान्यता है कि इस दिन हनुमान जी को प्रिय चीज़ों का भोग लगाने से वे तुरंत प्रसन्न होते हैं और हर संकट को दूर कर देते हैं। आइए जानते हैं कौन-कौन से भोग इस दिन बजरंगबली को विशेष रूप से प्रिय हैं।

केसर भात से होती है विशेष कृपा
हनुमान जी को वैसे तो सिंघाड़े का आटा, चिरौंजी, गुड़ और लड्डू पसंद हैं, लेकिन बड़ा मंगल पर केसर के भात का विशेष महत्व है। माना जाता है कि केसर सुगंध और ऊर्जा का प्रतीक होता है, जो भक्त और भगवान के बीच शुभ ऊर्जा प्रवाहित करता है। जब केसर से भरे मीठे चावल हनुमान जी को अर्पित किए जाते हैं, तो बजरंगबली विशेष रूप से प्रसन्न होते हैं।
लखनऊ में हर साल बड़ा मंगल के दिन हज़ारों भक्तों द्वारा भंडारे और भोग आयोजित किए जाते हैं। इस बार भी शहर भर के मंदिरों में भव्य सजावट और भोग की तैयारियां ज़ोरों पर हैं। भक्त अपने-अपने घरों में भी हनुमान जी को प्रिय चीज़ें चढ़ाकर आशीर्वाद मांग रहे हैं।
बड़ा मंगल पर क्या-क्या चढ़ाएं हनुमान जी को?
बड़ा मंगल के दिन हनुमान जी को कुछ खास चीज़ें चढ़ाने से तुरंत फल मिलता है। पंडितों के अनुसार, इस दिन हनुमान जी को चढ़ाए जाने वाले मुख्य भोग इस प्रकार हैं:
केसर का मीठा भात
हनुमान जी को केसर का मीठा भात चढ़ाने से विशेष कृपा प्राप्त होती है। केसर ऊर्जा और पवित्रता का प्रतीक है, और जब उसे मीठे चावल के साथ मिलाकर भोग अर्पित किया जाता है, तो यह मनोकामना पूर्ति में सहायक होता है। भक्त मानते हैं कि इससे जीवन की अड़चनें दूर होती हैं।
गुड़ और चना
गुड़ और चना का भोग हनुमान जी को बहुत प्रिय है। यह भोग साधारण दिखने वाला ज़रूर है, लेकिन इसका महत्व अत्यंत गहरा है। गुड़ से मिठास और ऊर्जा मिलती है, वहीं चना बल का प्रतीक है। इस भोग को चढ़ाने से सौभाग्य में वृद्धि और स्वास्थ्य में सुधार माना जाता है।
बूंदी का लड्डू
बूंदी के लड्डू हनुमान जी के परमप्रिय भोगों में से एक हैं। मान्यता है कि इन लड्डुओं को अर्पित करने से सभी संकट दूर होते हैं और व्यक्ति को शत्रु बाधाओं से राहत मिलती है। भक्त लड्डू चढ़ाकर संकटमोचन से सुरक्षा और मार्गदर्शन की प्रार्थना करते हैं, जिससे जीवन में सुख-शांति आती है।
सिंदूर और चमेली का तेल
हनुमान जी के शरीर पर सिंदूर और चमेली के तेल का लेप किया जाता है। यह परंपरा भक्तों के बीच बहुत प्रसिद्ध है। मान्यता है कि इस भोग से हनुमान जी अत्यंत प्रसन्न होते हैं और भक्तों को बल, बुद्धि व आरोग्य प्रदान करते हैं। यह शक्ति और साहस का प्रतीक भोग है।
पान के पत्ते पर मिठाई
पान के पत्ते पर मिठाई चढ़ाने की परंपरा विशेष अवसरों पर होती है। बड़ा मंगल पर यह भोग अर्पित करने से जीवन में खुशखबरी आने की संभावना बढ़ जाती है। पान को पवित्रता और मिठाई को आनंद का प्रतीक माना गया है। हनुमान जी को यह भोग प्रसन्नता से स्वीकार होता है।
भक्तों के अनुभव और सामाजिक असर
हर साल बड़ा मंगल पर हनुमान मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। लखनऊ के अलीगंज, गोमतीनगर और चारबाग के मंदिरों में विशेष आयोजन होते हैं। 2024 में भी देखा गया था कि हजारों भक्तों ने केसर भात का भोग लगाया और बाद में उसी भात को प्रसाद के रूप में सबमें बांटा।
कई श्रद्धालुओं का मानना है कि बड़ा मंगल पर सच्चे मन से प्रार्थना करने पर व्यापार में वृद्धि, बच्चों की पढ़ाई में सुधार और पारिवारिक समस्याओं से छुटकारा मिला है। यही कारण है कि लखनऊ में बड़ा मंगल सिर्फ त्योहार नहीं, एक जन-आस्था का पर्व बन चुका है।
भविष्य की दिशा और क्या रखें ध्यान
पंडितों के अनुसार, इस बार का चौथा बड़ा मंगल विशेष योग में पड़ रहा है। मकर राशि में चंद्रमा और मंगल का विशेष संयोग हनुमान उपासकों के लिए और अधिक फलदायी है। अगर आप कोई बड़ा काम शुरू करना चाहते हैं या नौकरी में तरक्की के इच्छुक हैं, तो आज के दिन हनुमान जी से प्रार्थना ज़रूर करें।
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