Holi 2025 : बहुत ही जल्द होली का त्यौहार आने वाला है। जिसके लिए देशभर में तैयारी शुरू कर दी गई है। अभी से ही बाजार रंग-बिरंगे गुलाल, पिचकारी, आदि से सज-धज कर तैयार है। समय मिलते ही लोग मार्केट करने जा रहे हैं। इस त्यौहार में कई लोग नए कपड़े भी लेते हैं। घर की साफ-सफाई भी शुरू की जा चुकी है। वहीं, रंगों के बौछार के बीच आपके स्मार्टफोन में कब पानी चला जाए, यह कहा नहीं जा सकता। इससे मोबाइल खराब होने की संभावना बढ़ सकती है। होली की मस्ती में डूबने से पहले फोन की सिक्योरिटी का खास ख्याल रखें।
आज के आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं, जिससे होली के दौरान आप अपने फोन को सुरक्षित रख सकते हैं और बेफिक्र होकर होली का आनंद उठा सकते हैं।

14 मार्च को है होली
हिंदू पंचांग के अनुसार, सुबह 10 बजकर 35 मिनट पर फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि की शुरु हो जाएगी, जिसका समापन 14 मार्च को 12 बजकर 23 पर होगा। ऐसे में 14 मार्च को होली खेली जाएगी। वहीं, होलिका दहन 23 मार्च को होगा।
अपनाएं ये टिप्स
- इन दिनों आलम यह है कि लोग बिना फोन के एक पल भी नहीं रहते। ऐसे में यदि आप होली के दौरान घर के आसपास ही रंग गुलाल और अबीर से खेल रहे हैं, तो आप ब्लूटूथ डिवाइस का उपयोग कर सकते हैं। आजकल ज्यादातर ब्लूटूथ वाटरप्रूफ होते हैं। इससे फोन बचा रहेगा या फिर आप कोई सस्ता सा एयरफोन भी कैरी कर सकते हैं, जिससे आपको होली के दौरान बात करने में सुविधा रहेगी। यदि गलती से इसमें पानी चला भी गया, तो आपको ज्यादा नुकसान नहीं झेलना पड़ेगा।
- इसके अलावा, आप फोन के सभी खुले हिस्से पर टेप चिपका कर इसे ढ़क सकते हैं। जिनमें माइक, चार्जिंग पोर्ट, हेडफोन जैक, स्पीकर, आदि शामिल है। इससे होली खेलने के दौरान पानी या फिर रंग अंदर नहीं जाएगा, जिससे फोन सुरक्षित रहेगा और आप बेफिक्र होकर होली खेल सकते हैं।
- होली के दौरान आप प्लास्टिक बैग का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। प्लास्टिक में मोबाइल फोन को रखकर अपनी जेब में रख लें। इससे होली खेलने के दौरान पानी या फिर रंग अंदर नहीं जाएगा। इस तरह आराम से होली खेल सकते हैं।
- आप फोन को लेमिनेट करवा सकते हैं। इससे मोबाइल फोन की सेफ्टी बरकरार रहेगी और आप बेफिक्र होकर होली खेल पाएंगे। इससे आपको ज्यादा नुकसान भी नहीं उठाना पड़ेगा।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)