हिंदू धर्म में नियम, धर्म, पूजन पाठ, व्रत उपवास का बहुत महत्व माना गया है। समय को लेकर नियम बताए गए हैं, जिनमें ब्रह्म मुहूर्त से लेकर गोधूलि बेला और संध्या काल शामिल है। ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजे से 5:30 बजे तक होता है जिसे बहुत पवित्र समय माना गया है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस शुभ मुहूर्त में अगर कुछ मंत्रों का जाप कर लिया जाए तो शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं। इस समय मांगी गई मनोकामना भी पूरी होती है क्योंकि ये अक्षय मुहूर्त कहा जाता है। चलिए हम आपको इस समय किए जाने वाले कुछ खास उपाय बता देते हैं। यह भी जान लेते हैं कि क्या नहीं करना चाहिए।
इष्ट देव का स्मरण (Brahma Muhurat)
ब्रह्म मुहूर्त में सुबह उठने के बाद अपनी हथेलियां को देखकर इष्ट देव का स्मरण करते हुए गायत्री मंत्र का जाप करें। जो व्यक्ति ऐसा करता है उसके जीवन में सकारात्मक आने लगती है।
गायत्री मंत्र का जाप
हथेलियां को देखकर गायत्री मंत्र बोलने के अलावा आप इस का जाप अपनी इच्छा के अनुसार 11 या 108 बार अलग से भी कर सकते हैं। देवी सरस्वती से जुड़ा हुआ मंत्र है जो व्यक्ति को ज्ञान, विवेक और धन प्रदान करता है।
भगवान शिव का ध्यान
ब्रह्म मुहूर्त में भगवान शिव का ध्यान करना भी शुभ माना गया है। आप चाहे तो ॐ या फिर ॐ नमः शिवाय का जाप कर सकते हैं। ऐसा करने से प्रभु का आशीर्वाद मिलता है और जीवन में स्थिरता आती है।
लक्ष्मी मंत्र का जाप
अपने जीवन में सुख समृद्धि धन और बरकत तो हर व्यक्ति प्राप्त करना चाहता है। अगर आपकी भी यही इच्छा है तो ब्रह्म मुहूर्त में ध्यान और प्राणायाम करने के साथ लक्ष्मी मंत्र का जाप करें। इस समय जो माता लक्ष्मी का ध्यान करता है उसे धन और वैभव की प्राप्ति होती है।
कभी ना करें ये काम
ब्रह्म मुहूर्त में व्यक्ति को कभी भी नकारात्मक विचार अपने मन में नहीं लाने चाहिए। इस समय भोजन करना निषेध माना गया है और ना ही कठोर शब्दों का प्रयोग करना चाहिए। अनुचित कार्यों से जितना दूर रहेंगे उतना अच्छा रहेगा। ब्रह्मचर्य का पालन करें और आलस बिल्कुल ना करें।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।





