सावन में भूलकर भी ना करें ये 6 काम, वरना रूठ सकते हैं भोलेनाथ, हो सकती है अशुभ घटनाएं!

सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ नजर आती है। सभी शिवालयों को फूलों से सजा दिया जाता है। कई जगह तो भगवान शिव की झांकियां निकाली जाती हैं।

हिंदू धर्म में सावन महीने का अपना अलग ही महत्व है, जो कि भगवान शिव को समर्पित है। इस दौरान भोलेनाथ के भक्त पूरे महीने उनकी पूजा अर्चना में लीन रहते हैं। इस दौरान सोमवारी का व्रत भी रखा जाता है। सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ नजर आती है। सभी शिवालयों को फूलों से सजा दिया जाता है। कई जगह तो भगवान शिव की झांकियां निकाली जाती हैं। मान्यताओं के अनुसार, इस महीने भगवान शिव और माता पार्वती का वास धरती पर माना जाता है। ऐसे में उनकी पूजा अर्चना जीवन में सुख और समृद्धि लाती है।

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल सावन का महीना 11 जुलाई से शुरू होगा, जिसका समापन अगले महीने यानी 9 अगस्त 2025 को राखी पूर्णिमा के साथ खत्म होगा।

पालन करना है जरूरी

इस महीने को लेकर खास तरह के नियम कानून बनाए गए हैं, जिनका पालन करना बेहद जरूरी है। यदि ऐसा ना किया जाए, तो आगे चलकर श्रद्धालुओं के जीवन में नकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं। इसलिए सावन के महीने में इनका ध्यान रखना बेहद जरूरी है।

इन नियमों का करें पालन

  • इस खास अवसर पर मांस, मदिरा या फिर किसी भी तरह के तामसिक भोजन से दूर रहना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार, इन सभी चीजों का सेवन करने से भगवान भोलेनाथ भक्तों से नाराज हो जाते हैं, जिसका उन्हें बुरा परिणाम भुगतना पड़ सकता है।
  • इस महीने में बाल और दाढ़ी पुरुषों को कटवाने से बचना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा करने से घर, परिवार और सदस्यों पर दुर्भाग्य आ सकता है।
  • सावन के महीने में किसी भी व्यक्ति को अहंकार और क्रोध से बचकर रहना चाहिए। मन पर नियंत्रण न रखने से जीवन में तमाम तरह के दुख आ सकते हैं।
  • भगवान शिव की पूजा में तुलसी पत्ता का प्रयोग नहीं किया जाता, क्योंकि वह भगवान विष्णु को प्रिय हैं। ऐसे में सावन के महीने में भगवान शिव को तुलसी का पत्ता चढ़ाने से बचें। यदि गलती से आप ऐसा कर देते हैं, तो इसके आपको बुरे परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
  • शिवलिंग का रुद्राभिषेक अक्सर दूध से किया जाता है। ऐसे में दूध चढ़ाने का विशेष महत्व होता है। इसलिए सावन के महीने में दूध को व्यर्थ बहाना या फिर उसका अनादर करना शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए सोच-समझकर ही इसका उपयोग करें।
  • सावन के महीने में दिन में सोने से बचें। इसके अलावा, अपशब्दों का प्रयोग करना भी अच्छा नहीं माना जाता है। किसी भी व्यक्ति से कटु वचन में बात न करें। आपकी वाणी से आपका नियंत्रण हटते ही आप पर दुखों का पहाड़ टूट सकता है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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