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Thu, Dec 18, 2025

Chanakya Niti: चाणक्य नीति के अनुसार कुछ नया पाने की चाह में कभी ना खोएं ये 1 चीज, पड़ सकता है पछताना

Written by:Sanjucta Pandit
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आज के आर्टिकल में हम आपको चाणक्य नीति में बताई गई कुछ बातों को बताएंगे, जिन्हें अपनाकर आप भी खुद का जीवन खुशहाल बना सकते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से...
Chanakya Niti: चाणक्य नीति के अनुसार कुछ नया पाने की चाह में कभी ना खोएं ये 1 चीज, पड़ सकता है पछताना

Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य का योगदान राजनीति, धर्म और व्यवसाय के क्षेत्र में अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। उनका जन्म 4वीं से 3वीं सदी ईसा पूर्व के लगभग माना जाता है। चाणक्य का असली नाम कौटिल्य था, जिन्हें लोग विष्णुगुप्त के नाम से भी जानते हैं। उन्होंने विशेष रूप से मौर्य साम्राज्य के सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य को सिखाया और समर्थन प्रदान किया, जिससे उन्होंने मगध साम्राज्य की स्थापना की। चाणक्य नीति में वे व्यापार, राजनीति, शिक्षा और समाज के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की है। उन्हें प्रख्यात शिक्षक और राजगुरु के रूप में भी जाना जाता है। साथ ही उन्होंने “चाणक्य नीति”, “अर्थशास्त्र”, “नीतिशास्त्र” और “कूटनीति” आदि की रचना की थी। जिसमें राजनीति, अर्थव्यवस्था, और समाज के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत रूप से चर्चा करती है। चाणक्य का योगदान समाज में नैतिकता और शास्त्रीय नीति के महत्व को आज भी महत्वपूर्ण माना जाता है। उन्होंने अपने विचारों के माध्यम से नीतिशास्त्र और राजनीति के क्षेत्र में अपना योगदान दिया, जो आज भी लोगों द्वारा अपनाई जाती है। उनके उपदेशों में विश्वास करने वाले लोग आज भी उन्हें एक प्रेरणास्त्रोत मानते हैं, जो अपने जीवन में सफलता की दिशा में उन्हें मार्गदर्शन करते हैं। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको चाणक्य नीति में बताई गई कुछ बातों को बताएंगे, जिन्हें अपनाकर आप भी खुद का जीवन खुशहाल बना सकते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से…

कभी ना खोएं ये 1 चीज

  • आचार्य चाणक्य के अनुसार इंसान को बेहतरीन की तलाश में बेहतर को कभी खोना नहीं चाहिए। उनका कहना था कि कभी भी कुछ नया पाने की चाहत में आपको वह नहीं खोना चाहिए, जो पहले से ही आपका है।
  • अन्यथा, बाद में आपको इसके लिए पछताना पड़ सकता है और हो सकता है उस वक्त वह चीज आपको दोबारा ना मिले, जिससे आप जीवन भर दुखी भी रह सकते हैं। इसलिए कभी भी किसी चीज को अपनी लाइफ से दूर ना करें।

खुद की कमी ना बताएं

  • चाणक्य नीति में इस बात का जिक्र किया गया है कि किसी भी इंसान को अपनी कमजोरी का खुद उजागर नहीं करना चाहिए।
  • चाहे वह मित्र हो या आपके परिवार का करीबी सदस्य हो, क्योंकि समय कभी भी एक जैसा नहीं रहता, जो आज आपका है हो सकता है कल वह आपका ना रहे। ऐसे में वह कमजोरी का फायदा उठा सकता है।
  • इसलिए गलती से भी अपनी कमजोरी को किसी के सामने न रखें।

गुस्से में होता है प्यार

  • चाणक्य नीति में इस बात का जिक्र किया गया है कि जो लोग जरूरत से ज्यादा गुस्सा करते हैं, वह अंदर से उतने ही कोमल स्वभाव के होते हैं। वह जिस पर गुस्सा करते हैं, वह उसी से सबसे ज्यादा प्रेम भी करते हैं।
  • ऐसे लोगों का दिल बहुत ज्यादा साफ होता है। इसलिए आप ऐसे लोगों पर भरोसा कर सकते हैं क्योंकि यह लोग कभी भी आपका बुरा नहीं सोच सकते।

असफलता होता है अवसर

  • चाणक्य नीति के अनुसार, हमें असफलता को एक प्रेरणा के रूप में देखना चाहिए जो हमें और मजबूत बनाती है, न कि हमें निराश करती है। इसलिए हमें हर असफल प्रयास को एक सीखने का अवसर मानना चाहिए और उससे आगे बढ़ने के लिए तैयार रहना चाहिए।
  • दरअसल, जीवन में कई बार हमें सफलता नहीं मिलती, लेकिन इससे हमें निराश नहीं होना चाहिए बल्कि, हमें इसे एक सीखने और सुधारने का अवसर मानना चाहिए।
  • असफलता हमें हमारे लक्ष्य की दिशा में नई राह दिखाती है और हमें उसके लिए नई रणनीतियों का अध्ययन करने का मौका देती है। इसके द्वारा हम अपनी कमियों को पहचान सकते हैं और उन्हें सुधारने का मार्ग ढूंढ सकते हैं।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)