चाणक्य नीति में सामाजिकता, पारिवारिक और छात्रों के गुणों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है। अमूमन आपने इस बात को सुना ही होगा कि व्यक्ति की संगति का असर दूसरों पर देखने को मिलता है और इसी से ही समाज में उसे पहचान भी मिलती है। इसलिए हमेशा अच्छी संगति में रहने की सलाह दी जाती है। सही लोगों का साथ जीवन में आगे बढ़ाने में मदद करता है, तो वहीं गलत लोगों की संगति जीवन को बर्बाद कर सकती है। आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन के आधार पर हर पहलुओं पर चर्चा की है, जिसमें उन्होंने रिश्ते के महत्व को भी गंभीरतापूर्वक समझाया है।
प्राचीन भारत में बुद्धिमान व्यक्ति और विद्वान का नाम लिया जाए, तो सबसे पहले आचार्य चाणक्य का नाम याद आता है। जिन्हें देश ही नहीं बल्कि विश्व भर के लोग फॉलो करते हैं। उनकी लिखी गई नीतियां आज भी लोगों के लिए बहुत ही ज्यादा काम आती है।

चाणक्य नीति (Chanakya Niti)
आचार्य चाणक्य को अपना आदर्श मानने वाला हर एक व्यक्ति जीवन में सफलता हासिल करता है। उनकी नीतियों में बताई गई बातों को अपनाने वाला हर एक व्यक्ति रिश्ते के महत्व को जानता है और अच्छी तरह से निभाता भी है। आज के आर्टिकल में हम आपको उन लोगों की बारे में बताएंगे, जिनका यदि आप हम थाम लें, तो जीवन में आगे बढ़ना तय है। इसके साथ ही आपके परिवार का भी भला हो जाएगा।
रहें इनके साथ
- चाणक्य नीति के अनुसार, कुछ लोग ऐसे होते हैं जो साधु और संतों की संगति में नहीं रहते। उनका जीवन बर्बादी की तरफ मुड़ जाता है। इसका तात्पर्य यह है कि जो लोग अपने गुरु और बड़े की बात मानते हैं, उनका परिवार धन्य हो जाता है क्योंकि अच्छी संगति और सेवा भाव से अच्छा फल मिलता है। इसलिए हमेशा अपने से बड़ों का आदर करना चाहिए। उनकी हर एक बात को आर्शिवाद के तौर पर लेना चाहिए। वह आपको अच्छे रास्ते पर ही लेकर आएंगे।
- चाणक्य नीति के अनुसार, जो व्यक्ति विद्वान और बुद्धिमान लोगों की संगति में रहता है, वह हमेशा सफलता के पथ पर आगे बढ़ता है, क्योंकि बुद्धिमान व्यक्ति हमेशा ही विकास के बारे में सोचता है। वह यह सोचता है कि जीवन में कैसे आगे बढ़ा जाए। साथ ही वह लोगों के साथ रिश्ते को अच्छे से निभाना जानता है। ऐसे में इन लोगों का साथ आपको भी धनवान और आदर्श पूर्ण बन सकता है।
- चाणक्य नीति के अनुसार, जो लोग अच्छी संगति में रहते हैं, उन्हें हमेशा लोगों का साथ प्राप्त होता है। किसी भी बुरे वक्त में समाज के लोग और परिवार के लोग एकत्रित हो जाते हैं। उनके बुरे से बुरे वक्त में भी साथ देते हैं। अच्छे लोगों की संगति जीवन भर आपका साथ निभाती है और मुश्किल घड़ी में साथ देने में सक्षम होती है, इसलिए हमेशा सज्जन लोगों के साथ ही रहना चाहिए। इससे समाज में भी मान-सम्मान बढ़ता है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)