Fri, Dec 26, 2025

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार इस तरह कमाया हुआ धन हो जाता है नष्ट, पढ़ें पूरी खबर

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार इस तरह कमाया हुआ धन हो जाता है नष्ट, पढ़ें पूरी खबर

Chanakya Niti : भारतीय इतिहास में आचार्य चाणक्य का अहम योगदान रहा है। वे राजनीति, विवेक और विद्वान्त के प्रमुख नामों में गिने जाते हैं। चाणक्य का जन्म 400 ईसा पूर्व माना गया है। जिन्हें लोग कौटिल्य या फिर विष्णुगुप्त के नाम से भी जानते हैं। चाणक्य ने अपने विवेक का इस्तेमाल चंद्रगुप्त मौर्य को मौर्य साम्राज्य की स्थापना करवाने में की थी। उन्होंने “अर्थशास्त्र” और “नीतिशास्त्र” जैसी अनेक महत्वपूर्ण ग्रंथों की रचना की। उनकी सबसे प्रसिद्ध रचना में से एक “चाणक्य नीति” है जो व्यवसाय, राजनीति और जीवन जीने के तरीकों पर उपदेश देती है। उन्होंने बाहरी और आंतरिक दोनों प्रकार के शत्रुओं के खिलाफ युद्ध के लिए रणनीतियों का विकास किया। उनके उपदेश जीवन को उत्तम बनाने के लिए सही माना जाता है। आज भी बड़े-बड़े, राजनेताओं बच्चों, बड़े-बुजुर्गों द्वारा चाणक्य नीति में कही गई बातों को अपनाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि उनके मार्गदर्शन में चलने वाला हर एक इंसान अच्छा व्यक्ति बनता है। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको चाणक्य नीति में कही गई कुछ बातें बताएंगे, जो भविष्य में आपका काम आ सकती है। आइए जानते हैं विस्तार से यहां…

पढ़ें Chanakya Niti

  • आचार्य चाणक्य के अनुसार, अन्याय से कमाया हुआ धन कभी भी हाथ में नहीं टिकता। यह निश्चित रूप से कभी-ना-कभी नष्ट हो जाता है। इसके साथ ही आपकी आर्थिक स्थिति भी कमजोर हो जाती है। इसलिए कभी भी अन्याय या धोखाधड़ी से पैसा कमाने की ना सोचिए, बल्कि ईमानदारी से पैसा कमाएं। ईमानदारी से कमाया हुआ धन हमेशा आपकी आत्मविश्वास और समाज में आपकी स्थिति को मजबूत बनाए रखता है।
  • आचार्य चाणक्य के अनुसार, अगर आपकी कोई तारीफ करें तो तुरंत खुश नहीं होना चाहिए, बल्कि यह याद रखना चाहिए की तारीफ के पुल के नीचे मतलब की नदी बहती है। इसका अर्थ है कि जीवन में अगर कोई आपकी तारीफ कर रहा है, तो जरूरी नहीं कि वह आपकी चीजों से प्रसन्न है, बल्कि यह हो सकता है कि उसे आपसे कोई मतलब निकालना हो। इसलिए वह आपकी तारीफें कर रहा हो। हमेशा अपने जीवन में बुद्धिमत्ता और सावधानी से काम करें।
  • चाणक्य नीति के अनुसार, पसंदीदा खिलौना हो या पसंदीदा इंसान मन भर जाने पर लोग आपको छोड़ ही देते हैं। इसलिए हमेशा अकेले रहने की आदत डाल लें। इससे आप इन सब चीजों से कोसों दूर रह पाएंगे। जीवन में हमेशा सावधान और चौकन्ना रहना आवश्यक है, क्योंकि लोग कभी-कभी हमें धोखा दे सकते हैं और हमें नुकसान पहुंचा सकते हैं।
  • चाणक्य नीति के अनुसार, हर कोई अपने आप में चालक होता है क्योंकि कलयुग में किसी को भी शरीफ समझने की गलती नहीं करनी चाहिए। जो इस गलती को कर बैठता है, वह जीवन में आगे चलकर बहुत पछताता है। हर कोई अपने आप में चालाक होता है। इसलिए हमें दूसरों को बिना समझे और बिना सतर्कता के शरीफ समझने की गलती नहीं करनी चाहिए। आजकल के समय में, जहां दुनिया कठिनताओं और प्रतिस्पर्धाओं से भरी है, ऐसे में चालाकी भी आवश्य है।
  • आचार्य चाणक्य कहते हैं कि किसी की भी प्रशंसा चाहे जितनी भी कर लो, लेकिन अपमान सोच समझकर करना चाहिए क्योंकि यह एक ऐसा उधार माना जाता है, जो अवसर मिलने पर हर कोई ब्याज सहित चुकता है। हमें अपनी बात और व्यवहार को समझकर चुनना चाहिए, ताकि किसी का अपमान ना हो सके। इससे किसी को नुकसान पहुंच सकता है, जिसका परिणाम हमें आगे चलकर भुगतना पड़ सकता है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)