चातुर्मास 2025 (Chaturmas 2025) की शुरुआत 8 जुलाई से हो रही है, और इस बार का यह चार महीनों का विशेष धार्मिक काल वक्री शनि की विशेष स्थिति के कारण कुछ राशियों के लिए बेहद शुभ सिद्ध होने वाला है। ज्योतिष के अनुसार, शनि जब वक्री होते हैं यानी उल्टी चाल में चलते हैं, तो वह कर्मों का फल देने में जल्दी करते हैं।
इस बार का चातुर्मास उन जातकों के लिए स्वर्णिम अवसर है जिनकी कुंडली में शनि अनुकूल स्थान पर बैठें हैं। यह संयोग धन लाभ, करियर ग्रोथ, और रुके हुए कार्यों में तेजी लेकर आ सकता है। खास बात यह है कि 5 खास राशियों पर शनि देव की विशेष कृपा रहने वाली है, जिससे उनकी किस्मत पलट सकती है।
जानिए किन 5 राशियों पर बरसेगी वक्री शनि की विशेष कृपा
1. मकर राशि
मकर राशि शनि की स्व-राशि है और इस चातुर्मास में शनि वक्री होकर यहीं गोचर करेंगे। इसका लाभ मकर राशि के जातकों को मिलेगा। करियर में तरक्की और प्रमोशन के योग बनेंगे। पुराने अटके कार्य पूरे होंगे और विदेश यात्रा के अवसर मिल सकते हैं। निवेश से जुड़ा निर्णय इस समय लाभदायक रहेगा। शनि की विशेष कृपा से मकर राशि के लोग सामाजिक और आर्थिक दोनों स्तर पर आगे बढ़ सकते हैं।
2. कुम्भ राशि
कुम्भ राशि पर शनि की दृष्टि विशेष फलदायक रहेगी क्योंकि यह भी शनि की ही एक अन्य स्व-राशि है। जो लोग व्यवसाय में हैं, उन्हें बड़े सौदे या नई डील मिल सकती है। नौकरीपेशा लोगों को सैलरी इंक्रीमेंट या नई जॉब के ऑफर मिल सकते हैं। आर्थिक स्थिति स्थिर और सुदृढ़ रहेगी। इस राशि के लोगों को सलाह दी जाती है कि वे इस समय का सदुपयोग बुद्धिमानी से करें, क्योंकि यह समय लंबे समय के लिए स्थायित्व दे सकता है।
3. तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए वक्री शनि धन भाव में गोचर कर रहे हैं, जो कि अत्यंत शुभ संकेत है। शत्रुओं पर विजय और कोर्ट-कचहरी से छुटकारा मिलेगा। रुका हुआ पैसा वापस मिलेगा और नया निवेश लाभदायक रहेगा। राजनीति, सरकारी नौकरी या प्रशासनिक क्षेत्र के लोगों के लिए यह समय विशेष सफलता दिला सकता है। शनि की इस चाल से तुला राशि वालों को आत्मबल और निर्णय क्षमता में भी बढ़ोतरी महसूस होगी।
4. धनु राशि
धनु राशि में शनि की तीसरी दृष्टि पड़ रही है, जो कर्मों के अनुसार फल प्रदान करने वाली मानी जाती है। जो लोग पिछले कई समय से कठिन परिश्रम कर रहे थे, उन्हें अब उसका पूरा फल मिलेगा। बैंकिंग, एजुकेशन, और लॉ क्षेत्र के लोगों के लिए यह समय प्रगति का संकेत है। लंबे समय से रुके प्रमोशन या फंड रिलीज हो सकते हैं। धनु राशि के जातकों को सलाह है कि वे अपनी मेहनत पर भरोसा रखें और शनि मंत्र का नियमित जाप करें।
5. मिथुन राशि
मिथुन राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव कुछ समय से चल रहा है, लेकिन वक्री चाल इस राशि के लिए कुछ सकारात्मक संकेत दे रही है। व्यापार में नए प्रोजेक्ट्स और डील्स मिलने की संभावना है। घर-परिवार में सुख-संबंधों की बहाली होगी। नई प्रॉपर्टी या वाहन खरीदने के योग बन रहे हैं। इस राशि के लोगों के लिए यह समय ध्यान, संयम और अध्यात्म में रुचि बढ़ाने का भी है, जिससे उन्हें मानसिक शांति और आर्थिक स्थिरता दोनों मिलेगी।





