Guru Vakri 2023 : देवगुरु बृहस्पति को ग्रहों का नेता माना जाता है। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, उन्हें बुद्धि, शिक्षा, ज्ञान और विद्या के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। वे हिन्दू धर्म में गुरु के रूप में भी महत्वपूर्ण हैं और छात्रों के जीवन में मार्गदर्शन करने वाले माने जाते हैं। बता दें कि देवगुरु बृहस्पति जब किसी राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं, तो इसका सभी 12 राशियों पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसी क्रम में वो वर्तमान में मेष राशि में संचरण कर रहे हैं, जहां वो वक्री अवस्था में हैं जो कि साल के अंत यानि 31 दिसंबर तक रहेंगे। वहीं, 14 अक्टूबर को लगने वाले साल के आखिरी सूर्य ग्रहण के दौरान भी वो इसी अवस्था में रहेंगे, जिसका इन 3 राशि के जातकों को काफी शुभ फल मिलेगा। आइए जानें विस्तार से…
मेष राशि
गुरु ग्रह का वक्री अवस्था में होना मेष राशि के जातकों के लिए बहुत ही अच्छा समय माना जा रहा है। इस दौरान आपके करियर और व्यापार में तरक्की के योग हो सकते हैं। साथ ही धर्म, योग और ज्ञान के क्षेत्र में अधिक ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है, जिसका प्रभाव आपके आय पर हो सकता है। इससे आपकी वित्तीय स्थिति में सुधार आएगा। नए अवसरों मिलने से जीवन में बड़ा बदलाव होगा।
मिथुन राशि
देव गुरु का वक्री अवस्था मिथुन राशि के जीवन में बड़ा बदलाव करेगा। इस दौरान माता लक्ष्मी आपपर बहुत प्रसन्न रहने वाली हैं। इसलिए अचानक से धन का आगमन हो सकता है। घर पर मेहमान भी आ सकते हैं, जिससे घर भरा रहेगा। धार्मिक स्थलों पर जानें के योग बन रहे हैं। वहीं, विदेश में नौकरी करने का सपना देखने वालों के लिए ये गोल्डन समय है। आपके माता-पिता का सहयोग मिलने की संभावना है, जो आपके करियर के विकास में मदद कर सकते हैं। नौकरी करने वाले लोगों के लिए पदोन्नति के योग हो सकते हैं। कार्यस्थल पर नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं।
मीन राशि
वर्तमान में गुरु ग्रह वक्री अवस्था में हैं जो कि मीन राशि के जीवन में कुछ सकारात्मक परिणाम लाएगा। इस दौरान परिवार का सहयोग मिलेगा। निवेश के लिए अच्छे अवसरों की संभावना है, जो आपके आर्थिक स्थिति को सुधार सकते हैं। मेहनत और लगन से आप अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सफल हो सकते हैं।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)