प्रेमानंद महाराज जी (Premanand Maharaj) को कौन नहीं जानता, बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी प्रेमानंद महाराज जी को अच्छी तरह से जानते हैं रोज़ाना महाराज जी की कोई न कोई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं, प्रेमानंद जी महाराज की बातें सुनने और अपने मन की उलझनों को सुलझाने के लिए लोग दूर दूर से उनके पास आते हैं, और अपने मन की व्यथा बताते हैं और महाराज जी से इसका समाधान मानते हैं.
प्रेमानंद महाराज जी लोगों को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक जीवन से जुड़े रहने की प्रेरणा देते हैं, उन्हें वे मंत्र बताते हैं जिससे कि व्यक्ति जीवन भर ख़ुशहाल रह सकें. ज़्यादातर देखा गया है कि लोग अपनी ज़िंदगी में चल रही उलझनों के बारे में ही सवाल करते हैं, इसी के चलते एक व्यक्ति ने प्रेमानंद जी महाराज से पूछा कि महाराज किसी की हाय लगती है, तो क्या यह सच में असर करती है इसका हम पर क्या असर होता है.
![Premanand Maharaj](https://mpbreakingnews.in/wp-content/uploads/2025/02/mpbreaking51330108.jpg)
दिल से दी गई बद्दुआ का क्या होता है असर? (Premanand Maharaj)
प्रेमानंद महाराज जी ने इस सवाल का उत्तर देते हुए कहा कि हमें कभी भी जानें जाने में किसी को भी कष्ट नहीं पहुँचाना चाहिए, क्योंकि सच्चे मन से निकली हाय और बद्दुआ बहुत बुरी होती है इसे कोई भी नहीं टाल सकता. इसका सीधा सीधा यह मतलब है कि हर व्यक्ति को उसके कर्मों का फल भोगना ही पड़ता है. किसी को यह फल जल्दी मिलता है, तो किसी को देर से लेकिन मिलता सभी को है.
कर्मों का फल सबको मिलता है
अपनी इस बात को और गंभीर तरीक़े से समझाते हुए प्रेमानंद जी महाराज ने भीष पितामाह का उदाहरण देते हुए बताया, कि जब एक बार भीष पितामाह ने एक साँप को तीर से मारकर काँटों पर फेंक दिया था, जिसके बाद उन्हें तीरों की शैय्या पर लेटना पड़ा. किसी की हाय से बचने का एकमात्र उपाय है कि आप किसी को दुख और कष्ट न पहुँचाएँ, ना ही किसी से लें न दें.
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।