रविवार को करें ये 5 आसान उपाय, सूर्य देव की कृपा से जीवन में मिलेगी सफलता

Sanjucta Pandit
Published on -

Ravivar Ke Upay : सूर्य कुंडली में महत्वपूर्ण होता है जो कि अपनी प्रमुख भूमिका करियर में सफलता के तौर पर निभाता है। यदि किसी की कुंडली में सूर्य कमजोर होता है और किसी पापी ग्रह के साथ युति होती है, तो व्यक्ति के करियर में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इसका अर्थ यह है कि व्यक्ति को अपने करियर में मेहनत और संघर्ष करने की आवश्यकता हो सकती है और सफलता प्राप्त करने में अधिक समय लग सकता है। शनि की दृष्टि या सूर्य-शनि की युति भी करियर में चुनौतियों का कारण बन सकती है, क्योंकि शनि कुंडली में कठिनाइयों का प्रतीक होता है और व्यक्ति को कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको रविवार के दिन कैरियर में सफलता पाने के उपाय बताएंगे…

रविवार को करें ये 5 आसान उपाय, सूर्य देव की कृपा से जीवन में मिलेगी सफलता

रविवार को करें ये उपाय

  • पहले सुबह सूर्य उदय के समय एक जल की कटोरी में पानी लें। उसमें लाल फूल और सिंदूर मिलाएं। फिर उगते सूर्य की ओर मुख करके उस जल की कटोरी को उठाएं और सूर्य की ओर से ॐ सूर्याय नमः या अन्य सूर्य मंत्रों का उच्चारण करें। इसके बाद भक्ति और आदर से सूर्यदेव की पूजा करें। उनकी कृपा और आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करें। अर्घ्य के पश्चात् उस जल को अपने सिर पर छिड़कें।
  • सूर्य, गुरु और मंगल कुंडली में मजबूत होने पर सरकारी नौकरी में सफलता का योग हो सकता है। इसलिए रविवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें। हनुमान चालीसा का पाठ मान्यता के साथ किया जाता है और कई लोग इसे अपने मनोरथ को पूरा करने के लिए करते हैं।
  • रविवार को पूजा-उपासना के बाद गाय को आटा और गुड़ खिलाएं। गाय को हिन्दू धर्म में मातृस्वरूप माता के रूप में भी पूजा जाता है। इसलिए सदैव उनके प्रति प्रेम की भावना रखें।
  • मनोकामना पूर्ति के लिए आप बरगद के पत्तों पर अपनी मनोकामनाओं को लिखकर उन्हें जल में प्रवाहित कर सकते हैं। यह किसी की श्रद्धा और आस्था का प्रतीक हो सकता है और व्यक्तिगत धार्मिक अनुष्ठान का हिस्सा हो सकता है। यह उपाय आपकी मानसिक शांति और सांत्वना के लिए मददगार हो सकता है।
  • आप सूर्य भगवान को प्रसन्न करने के लिए आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ कर सकते हैं, क्योंकि यह एक प्रमुख सूर्य भगवान के स्तोत्र है। आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ ध्यान और आदर से किया जाता है और यह सूर्य के आशीर्वाद को प्राप्त करने में मदद कर सकता है। आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करते समय आपको इसका सही उच्चारण करने और स्तोत्र का अर्थ समझने का प्रयास करना चाहिए।

सूर्य पूजा के लिए सामग्री

पूजा के लिए सूर्य देव की मूर्ति या चित्र, सूर्य देव का प्रतिमान, बेल पत्तियाँ, कुमकुम, चावल, पुष्प, दीपक, धूप, गंध, फल और कुछ मिठाई या प्रसाद।

सूर्य की ऐसे करें पूजा 

  • सूर्य पूजा के लिए आदित्य हृदय स्तोत्र, सूर्य चालीसा, या अन्य सूर्य भगवान के स्तोत्रों का पाठ करें।
  • सूर्य भगवान की मूर्ति या चित्र की ओर मुख करके ध्यान केंद्रित करें।
  • शुद्ध पानी से अपने हाथों को धोकर पवित्र जल से आचमन करें।
  • मन में सूर्य पूजा का संकल्प लें, जिसमें आप उसके आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करें।
  • सूर्य देव के प्रतिमा या चित्र को कुमकुम और चावल के साथ अवहन करें। फूल, धूप, दीपक, और गंध के साथ पूजा करें।
  • सूर्य देव के स्तोत्रों का पाठ करें और उनके आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करें।
  • फल, मिठाई और कुछ आहार पूजा के बाद आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करते समय निवेदन करें।
  • सूर्य देव को आपकी प्रार्थना के बाद आशीर्वाद देने के लिए प्रार्थना करें।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


About Author
Sanjucta Pandit

Sanjucta Pandit

मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

Other Latest News