Rahu-Ketu Effect : अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु केतु की महादशा होती है तो व्यक्ति का जीवन नर्क से बत्तर बन जाता है। वह जीवन में कितनी भी कड़ी मेहनत कर ले लेकिन उसका फल उसे नहीं मिल पाता है, ना ही उसके काम सफल हो पाते हैं। इतना ही नहीं धन हानि से लेकर स्वास्थ्य तक उसे काफी ज्यादा दिक्कतों का सामना उसके जीवन में करना पड़ता है। क्योंकि राहु की दशा सबसे खतरनाक मानी जाती है। अगर राहु केतु कुंडली में महादशा बनकर बैठे हुए हैं तो इसका गहरा असर व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है। यह शनि की तरह ही क्रूर ग्रह माने जाते हैं।
ज्योतिषों की माने तो राहु-केतु के कुंडली में अशुभ स्थिति में होना काल सर्प दोष का कारण बनता है, जिसकी वजह से भी व्यक्ति को काफी ज्यादा परेशानी अपने जीवन में उठानी पड़ती है। अगर आपकी कुंडली में भी राहु और केतु की महादशा बनी हुई है या फिर कालसर्प दोष आपके जीवन में काफी ज्यादा परेशान कर रहा है तो आज हम आपको ज्योतिषों द्वारा बताए गए कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जो राहु केतु के अशोक प्रभाव को कम करने में मदद करेंगे। यह उपाय सबसे ज्यादा कारगर माने जाते हैं। चलिए जानते हैं उनके बारे में –
ऐसे जानें आपकी कुंडली में है Rahu-Ketu दोष या नहीं
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, जिस भी व्यक्ति की कुंडली में राहु-केतु दोष होते हैं वह अक्सर मानसिक तनाव से गुजरता है। इतना ही नहीं आर्थिक नुकसान हो रहे हैं तो ये भी राहु केतु दोष का कारण बनता है। इस दोष की वजह से व्यक्ति की कीमती चीज भी गुम हो जाती है। वहीं ऐसे व्यक्ति बेहद गुस्से और चिड़चिड़े होते हैं। इन्हें अक्सर कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटने पड़ते हैं। ये परिवार में भी कलेश करते रहते हैं। इसके अलावा जिसकी कुंडली में ये दोनों ग्रह हो और दोष बनाए तो उस व्यक्ति को दर्द, स्किन प्रॉब्लम, रीढ़ की हड्डी में समस्या हमेशा बनी रहती है।
राहु-केतु के अशुभ प्रभाव से छुटकारा दिलाएंगे ये उपाय
- गुरुवार के दिन कन्या को हलवा पूरी का भोजन करवाना चाहिए और उनका आशीर्वाद लेना चाहिए।
- सोमवार के दिन शिवजी को काले तिल, बेलपत्र और गंगाजल चढ़ाना चाहिए। साथ ही ‘ऊं नम: शिवाय’ मंत्र का जाप करना चाहिए।
- नीले और गुलाबी रंग के कपड़े ज्यादा से ज्यादा पहनना चाहिए।
- काले कुत्ते को रोजाना दूध रोटी खिलाना चाहिए।
- घर में श्रीकृष्ण की ऐसी तस्वीर लगाना चाहिए जिनमें वे शेषनाग के ऊपर नृत्य कर रहे हों। इस तस्वीर के सामने ‘ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नम:’ मंत्र का कम से कम 21 बार जाप करना चाहिए।
- शनिवार के दिन राहु रत्न गोमेद को धारण कर सकते हैं लेकिन इससे पहले ज्योतिष की सलाह जरूर लें।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।